गंगटोक । निरंतर वित्तीय समावेशन प्राप्त करने में वित्तीय साक्षरता की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करते हुए, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने समाज के विभिन्न वर्गों के लिए शिक्षा पहल के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जारी रखी है। इसमें महिलाओं और स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) पर विशेष ध्यान केंद्रित करना, गरीबी कम करने और समग्र विकास में योगदान करने की उनकी क्षमता को स्वीकार करना शामिल है।
इस प्रतिबद्धता के अनुरूप, आरबीआई गंगटोक ने कल कटेंग पाम्फोक जीपीयू, नामथांग ब्लॉक, नामची जिले के एसएचजी के लिए एक वित्तीय साक्षरता शिविर आयोजित किया। इसमें 50 एसएचजी सदस्यों ने भाग लिया। शिविर का उद्देश्य प्रतिभागियों को आवश्यक ज्ञान और कौशल के साथ सशक्त बनाना और उन्हें वित्तीय प्रणाली द्वारा प्रदान किए गए अवसरों से प्रभावी ढंग से जोड़ना था।
आरबीआई, गंगटोक की एक टीम ने साक्षरता शिविर में सहयोग किया। शिविर में अच्छे वित्तीय व्यवहार को बढ़ावा देने, उचित बचत प्रथाओं को प्रोत्साहित करने, क्रेडिट अनुशासन विकसित करने, डिजिटल भुगतान और क्रेडिट प्लेटफार्मों के विवेकपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देने और ग्राहकों के अधिकारों और जिम्मेदारियों के बारे में जागरुकता पैदा करने पर जोर दिया गया।
इस पहल ने साइबर धोखाधड़ी जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं को भी संबोधित किया और प्रतिभागियों को आरबीआई की ‘एकीकृत लोकपाल योजना’ से परिचित कराया। उपस्थित लोगों को सामान्य बैंकिंग से संबंधित मामलों पर प्रश्न पूछने और स्पष्टीकरण मांगने का अवसर मिला, जिन्हें आरबीआई अधिकारियों ने विशेषज्ञ रूप से संबोधित किया।
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