गंगटोक । 7वें राष्ट्रीय पोषण माह के उपलक्ष्य पर सिक्किम राज्य महिला आयोग ने राष्ट्रीय महिला आयोग के सहयोग से आज स्थानीय सामेटी सभागार में पोषण के महत्व पर कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष दीपा खत्री के साथ महिला व बाल विकास विभाग के समाज कल्याण निरीक्षकों, एसएचजी सदस्यों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सिक्किम सरकारी नर्सिंग कॉलेज के छात्र एवं अन्य गणमान्य लोगों ने भाग लिया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि सुश्री खत्री ने कार्यक्रम से उपस्थित लोगों को बहुमूल्य जानकारी मिलने की उम्मीद जताते हुए स्वयं सहायता समूहों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से इस ज्ञान को जमीनी स्तर तक पहुंचाने में सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह कियो। उन्होंने आयोजकों की इस पहल की सराहना करते हुए अपना पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया और साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य और बाल कल्याण पर सकारात्मक प्रभाव डालने में सामूहिक प्रयासों को महत्वपूर्ण बताया।
इससे पहले, राज्य महिला आयोग की सदस्य सचिव यूसा लाचेनपा ने अपने स्वागत भाषण में प्रतिवर्ष मनाये जाने वाले पोषण माह के बारे में जानकारी देते हुए इसके तहत विभाग की पहलों को रेखांकित किया। वहीं, रिप्रोडक्टिव चाइल्ड हेल्थ की संयुक्त निदेशक मनीषा राई ने भी एनीमिया और इसकी चुनौतियों पर चर्चा करते हुए आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया के बारे में विस्तार से बताया और इसके लक्षणों और संकेतों पर चर्चा की। इसके अतिरिक्त, उन्होंने सिक्किम के साथ पूरे देश में एनीमिया रेट के बारे में जानकारी दी और एनीमिया में कमी के लिए वैश्विक और भारतीय लक्ष्यों के बारे में भी बताया।
कार्यक्रम में महिला व बाल विकास उप निदेशक सह सीडीपीओ दोरजी डोमा भूटिया ने बताया कि प्रधानमंत्री की पहल के तहत 2018 से पोषण माह मनाया जा रहा है। उन्होंने पोषण के महत्व पर विस्तार से बताया और विभाग तथा केंद्र सरकार की योजनाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम में एसटीएनएम की आहार विशेषज्ञ डोंका चेजोम भूटिया ने भी स्वस्थ आहार और जीवनशैली के महत्व पर जानकारीपूर्ण बातें बतायीं। उन्होंने संतुलित आहार बनाए रखने के लिए प्रमुख दिशा-निर्देशों पर चर्चा की कार्यक्रम में एक चर्चा सत्र भी हुआ, जिसमें उपस्थित लोगों ने अपनी बातें रखीं।
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