गंगटोक । चिया कविता, सिक्किम ने हर साल विश्व चाय दिवस के अवसर पर साहित्यिक क्षेत्र में योगदान देने वाले एक व्यक्ति को चिया कविता पुरस्कार देने का निर्णय लिया था और पहला चिया कविता पुरस्कार डुप छिरिंग लेप्चा को दिया गया था।
इस परंपरा को इस वर्ष भी जारी रखते हुए आसांगथांग नाम्ची निवासी प्रभा राई को चिया पुरस्कार 2024 से पुरस्कृत करने का निर्णय लिया गया है। यह निर्णय सोमवार को गंगटोक में आयोजित चिया कविता सिक्किम के कार्यकारी सदस्यों की बैठक में लिया गया।
प्रभा राई लंबे समय से अपने गांव में रहकर साहित्यिक क्षेत्र, शैक्षिक क्षेत्र और पढ़ने की संस्कृति के विकास में योगदान दे रही हैं। वह नाम्ची के आसांगथांग के दुमी गांव के बच्चों के साथ-साथ आम पाठकों के लिए अपने व्यक्तिगत प्रयासों से अपने गांव में एक पुस्तकालय का निर्माण करके पढ़ने की संस्कृति के विकास के लिए काम कर रही हैं।
डीजी रीडिंग रूम रिसोर्स एंड एजुकेशन फाउंडेशन 2019 से सिक्किम में पढ़ने की संस्कृति, भाषा-साहित्य, कला और लोक परंपरा के विकास के लिए काम कर रहा है। वे लम्बे समय से लेखन, संपादन और अनुवाद का कार्य भी करती रही हैं। अब वह ज़ुबान प्रकाशन के माध्यम से पूर्वोत्तर भारत की महिला साहित्यकार तथा कलाकारों की रचनाओं को प्रकाशित करने के लिए काम कर रही हैं।
श्रीमती राई ने सिक्किम प्रोजेक्ट नामक वेबसाइट शुरू करने और इसके माध्यम से सिक्किम से संबंधित विभिन्न विषयों पर विभिन्न लेखकों के शोध लेख प्रकाशित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके व्यक्तिगत प्रयासों से सिक्किम में पढ़ने की संस्कृति के विकास में उनके योगदान की सराहना और सम्मान करते हुए, चिया कविता सिक्किम ने उन्हें वर्ष 2024 के लिए चिया कविता पुरस्कार से सम्मानित करने का निर्णय लिया है। 21 मई को एक कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें सम्मानित किया जायेगा। 21 मई को विश्व चाय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
चिया कविता, सिक्किम की ओर से प्रवीण खालिंग द्वारा जारी एक प्रेस बयान में कहा गया है कि सोमवार को गंगटोक में आयोजित बैठक में कार्यक्रम की सामान्य रूपरेखा भी तैयार की गई है और कार्यक्रम में विभिन्न साहित्यिक प्रस्तुतियां भी शामिल की जाएंगी।
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