गंगटोक : PIB, गंगटोक द्वारा आज असम लिंग्जे स्थित दिव्यांगों के कौशल विकास, पुनर्वास एवं सशक्तिकरण हेतु समग्र क्षेत्रीय केंद्र में अक्टूबर 2025 माह के लिए अंतर मीडिया प्रचार समन्वय समिति (आईएमपीसीसी) की बैठक आयोजित की गई। कार्यक्रम में जिले की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पारू रुचाल, आईपीआर निदेशक सुनील मोथे, डीडीके गंगटोक के क्लस्टर प्रमुख नीरज पांडे, सहायक पीआईबी निदेशक मानस प्रतिम सरमा सहित विभिन्न केंद्रीय एवं राज्य सरकारी विभागों, मीडिया इकाइयों और एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत इसी वर्ष 15 जुलाई को आयोजित पिछली आईएमपीसीसी बैठक के संक्षिप्त अवलोकन के साथ हुई, जिसके बाद चल रही प्रचार पहलों और अंतर-विभागीय समन्वय तंत्रों की समीक्षा की गई। इसमें विभिन्न केंद्रीय और राज्य एजेंसियों ने आगामी महीनों के लिए निर्धारित अपने कार्यक्रमों और आउटरीच गतिविधियों पर अपडेट जानकारी साझा की।
बैठक का मुख्य फोकस सरकारी योजनाओं और विकासात्मक गतिविधियों के लिए प्रभावी मीडिया कवरेज और प्रसार योजनाओं की रणनीति बनाने पर था, जिसमें दूरस्थ क्षेत्रों में समावेशी संचार और आउटरीच पर विशेष जोर दिया गया। इस पर, प्रतिनिधियों ने सरकारी सूचनाओं के समय पर और सटीक प्रसार को सुनिश्चित करने के लिए आईपीआर, पीआईबी और अन्य मीडिया इकाइयों के बीच समन्वय को मजबूत करने के तरीकों पर भी चर्चा की। वहीं, बैठक के अनुरूप, दृष्टिबाधित लोगों के अधिकारों, सुरक्षा और स्वतंत्रता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कार्यक्रम स्थल पर विश्व व्हाइट केन डे भी मनाया गया।
इस अवसर पर एसएसपी सुश्री रुचाल ने सभी हितधारकों और मीडिया प्रतिनिधियों से दिव्यांगों से संबंधित मुद्दों पर अधिक से अधिक मीडिया कवरेज और जन जागरूकता बढ़ाने का आग्रह किया। उन्होंने विशेष आवश्यकताओं की शीघ्र पहचान और समाधान हेतु हस्तक्षेप के महत्व पर बल दिया और एक समावेशी समाज के निर्माण में सामुदायिक संवेदनशीलता की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने विकलांगता से जुड़े कलंक और भ्रांतियों को सामूहिक रूप से दूर करने और सभी के लिए सहानुभूति, समझ तथा समान भागीदारी को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर भी बात की।
कार्यक्रम में आईपीआर निदेशक मोथे ने विभाग के प्रमुख कार्यों और तकनीकी पहलुओं, विशेष रूप से सूचना प्रसार, मीडिया समन्वय और जन-सम्पर्क में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने पारंपरिक और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म, दोनों के प्रभावी उपयोग के माध्यम से सरकार और जनता के बीच संचार माध्यमों को मजबूत करने के विभाग के निरंतर प्रयासों पर विस्तार से बताया। साथ ही, उन्होंने आश्वासन दिया कि आईपीआर विभाग राज्य भर में सरकारी पहलों और अंतर-विभागीय गतिविधियों का समय पर और प्रभावी कवरेज सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक समर्थन और सहयोग प्रदान करेगा। बैठक में अगली आईएमपीसीसी बैठक जनवरी 2026 में आयोजित की जाने की जानकारी भी दी गयी।
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