गंगटोक : सिक्किम के मुख्यमंत्री Prem Singh Tamang-Golay ने आमा सम्मान दिवस के पहले आयोजन के अवसर पर एक भावुक संबोधन में अपने राजनीतिक जीवन के संघर्षों और सच्चाई की जीत की कहानी साझा की। रंगपो मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नागरिकों, सामुदायिक नेताओं और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही।
मुख्यमंत्री गोले ने अपने संबोधन में कहा कि मेरे खिलाफ कई साजिशें रची गईं। मेरे पक्ष के कागजात छिपा दिए गए, झूठे साक्ष्यों के आधार पर मुझे 17 अगस्त 2017 को जेल भेजा गया। उन्होंने जोर देकर कहा कि वे मुझे जेल भेजने में सफल तो हो गए, लेकिन सिक्किम की जनता का प्यार और विश्वास कभी कैद नहीं कर पाए। उन्होंने बताया कि वर्ष 2009 में जब हमारी पार्टी के सभी 21 वरिष्ठ नेताओं को चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं दिया गया, तब केवल मुझे उम्मीदवार बनाया गया था। उन्होंने इसे 1997 के पुराने मामले में लगाए गए आरोपों की निरर्थकता का प्रमाण बताया।
मुख्यमंत्री गोले ने कहा कि उनकी जेल यात्रा केवल एक कानूनी मुद्दा नहीं था, बल्कि यह सिक्किम की जनता और संस्थाओं की आस्था की परीक्षा थी। उन्होंने कहा कि देवताओं से लेकर मठों, मंदिरों और गिरजाघरों तक, सभी ने मेरा साथ दिया। सिक्किम के इतिहास में दोषियों को कभी बख्शा नहीं गया और निर्दोषों को अंततः न्याय मिला है। हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया, पर स्पष्ट रूप से संकेत देते हुए कहा कि जिन लोगों ने उनके खिलाफ साजिश रची, उन्हें जनता ने 2019 और 2024 के चुनावों में नकार दिया और वे अब स्थायी रूप से विधानसभा से बाहर हो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे कोई कार्रवाई करने की आवश्यकता नहीं पड़ी, जनता ने स्वयं निर्णय लिया। मुख्यमंत्री ने अपने राजनीतिक पुनरागमन को सिक्किम के लिए एक ऐतिहासिक मोड़ बताया। उन्होंने कहा कि चुनावों ने मेरी बेगुनाही को सिद्ध किया और उस तानाशाही सरकार के पतन की शुरुआत की। 10 अगस्त 2018 वह दिन था, जब पतन की प्रक्रिया आरंभ हुई थी। अपने प्रेरणादायक भाषण के समापन पर उन्होंने कहा कि क्रांतिकारियों को जेल में बंद किया जा सकता है, लेकिन क्रांति की भावना को कभी कैद नहीं किया जा सकता। इस वर्ष पहली बार मनाया गया आमा सम्मान दिवस माताओं की शक्ति, योगदान और उनके सामाजिक महत्व को सम्मान देने के उद्देश्य से मनाया गया। मुख्यमंत्री ने इसे सिक्किम के सांस्कृतिक और सामाजिक विकास में एक नई पहल बताया।
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