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अपने कर्मों पर पर्दा नहीं डाल सकते पवन चामलिंग : सीपी शर्मा

गंगटोक, 12 सितम्बर । विपक्षी सिक्किम डेमोके्रटिक फ्रंट पार्टी द्वारा मौजूदा एसकेएम शासन के दौरान राज्य में कानून-व्यवस्था की बदहाल स्थिति एवं युवाओं व आमलोगों में डर के माहौल के आरोप के एक दिन बाद सत्ताधारी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा पार्टी ने पलटवार किया है। पार्टी ने एसडीएफ प्रमुख तथा पूर्व मुख्यमंत्री पवन चामलिंग पर घडिय़ाली आंसू न बहाने की सलाह दी है।

एसकेएम प्रवक्ता सीपी शर्मा द्वारा जारी जारी विज्ञप्ति में एसकेएम ने कहा कि वर्तमान में राजनीति में भावनाओं और जज्बातों की कोई जगह नहीं है। देश ने आज काफी तरक्की कर ली है। भारत का चंद्रयान चांद पर पहुंच गया है, देश ने जी20 को नेतृत्व दिया है और सभी आधिकारिक कार्यालयों को डिजिटल किये जाने के साथ ही राजनीति भी ऑनलाइन हो गयी है। ऐसे में आज राज्य, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की छोटी-छोटी जगहों की खबरें भी तुरंत सभी को पता होती है। ऐसे में हमारा मानना है कि सरकार जो कर रही है उससे ईर्ष्या करके और बेवजह भावनात्मक आंसू बहाकर पवन चामलिंग राजनीति नहीं कर रहे हैं।

शर्मा के अनुसार, पवन चामलिंग ने अतीत में कैसा इतिहास लिखा है, उसे समाज स्वयं बोलता है। ऐसे में वह चाहे कितनी भी संवेदनशील राजनीति का दिखावा करें, अपने पिछले कामों पर पर्दा नहीं डाल सकते। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा महिलाओं को दी गई आजादी एवं सम्मान के विपरीत पवन चामलिंग के नेतृत्व में एसडीएफ सरकार द्वारा महिलाओं का किया गय असम्मान जनता भूली नहीं है। ऐसे में एसकेएम पार्टी उन्हें घडिय़ाली आंसू बहा कर महिलाओं के साथ खिलवाड़ नहीं करने का सुझाव देती है। आज यह बताने की जरूरत नहीं है कि सिक्किम को किसने मिट्टी में मिला दिया। इसका जवाब राज्य के लोग ही दे रहे हैं।

एसकेएम प्रवक्ता के अनुसार, पवन चामलिंग की सरकार ने पुरानी पेंशन योजना को रोक कर जो अन्याय किया था, उसमें न्याय देने के लिए सरकार आगे आई है। पूर्व एसडीएफ सरकार में कई जनविरोधी, कर्मचारी विरोधी, महिला विरोधी, गरीब विरोधी, व्यवस्था विरोधी बातें थीं, लेकिन पवन चामलिंग ने कभी उन्हें संबोधित नहीं किया। दरअसल वह उन्हें सुनना ही नहीं चाहते थे। इसके बजाय उसने दमनकारी नीति अपनाई जिसमें छात्रों को पीटा गया, लोग मारे गये और कर्मचारियों को अनेक यातनाएं सहनी पड़ीं। यह कोई भूलने वाली बात नहीं है। इसके विपरीत एसकेएम पार्टी खुले तौर पर दावा करती है कि मौजूदा सरकार ने ऐसा किया है, उसने कर्मचारियों की बात सुनी है, छात्रों का दर्द समझा है और ऐसे कई मुद्दों का समाधान किया है।

शर्मा ने आगे कहा कि अपने कार्यकाल में युवाओं की सुध नहीं लेने वाले पवन चामलिंग वर्तमान शासन में युवा राजनीति और युवाओं के लिए अवसर को महज एक ढकोसला बता रहे हैं। लेकिन उनकी इस राजनीति को समय स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि मौजूदा समय में आमलोग वर्तमान सरकार को पसंद कर रहे हैं जो मरीजों के लिए समर्थन, वित्त की कमी के कारण उच्च शिक्षा प्राप्त करने में असमर्थ छात्रों के लिए मदद, कर्मचारियों की पदोन्नति, स्थायी अस्थायी कर्मचारियों के प्रबंधन जैसे कई मुद्दों के साथ आई है। लेकिन यह एसडीएफ नेता पवन चामलिंग को नहीं दिख रहा है। उनकी नजरें केवल एसकेएम पार्टी के नेता पीएस गोले पर बरस रही हैं। लेकिन इसका उन पर कोई असर नहीं होगा और एसकेएम पार्टी के सफर को वे नहीं रोक पाएंगे। उनके अनुसार, एसकेएम पार्टी और सरकार का कहना है कि राजनीति राज्य और राज्य वासियों की समृद्धि के लिए होनी चाहिए। इसलिए हम पवन चामलिंग को एसकेएम पार्टी, सरकार और मुख्यमंत्री पीएस गोले के खिलाफ दिखावटी आंसू बहाने के बजाय उन्हें बचाकर रखने की सलाह देना चाहते हैं।

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