गंगटोक । एसकेएम पंचायत प्रकोष्ठ ने राज्य में 23-25 जनवरी को आयोजित तीन दिवसीय राज्यस्तरीय पंचायत सम्मेलन के आयोजन के लिए मुख्यमंत्री प्रेमसिंह तमांग के प्रति आभार व्यक्त किया।
आज राजधानी के चानमारी स्थित एक होटल में पंचायत सेल की पहल पर आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए एसकेएम पंचायत सेल के उपाध्यक्ष तेनजिंग नोर्बू लाम्टा ने राज्य भर की पंचायतों की ओर से मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।
लाम्टा ने यह भी बताया कि राज्य भर की सभी पंचायतें इस बात से खुश हैं कि वे विशेष रूप से तीन दिवसीय पंचायत सम्मेलन के दौरान अपनी समस्याओं और शिकायतों को मुख्यमंत्री के सामने व्यक्त कर सके। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने उक्त सम्मेलन में पंचायत, जिला पंचायत सदस्यों द्वारा रखी गयी सभी मांगों को पूरा करने का वादा किया था और एक सप्ताह भी नहीं बीते 31 जनवरी को राज्य सरकार की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गयी। उक्त अधिसूचना में सभी पंचायत, जिला पंचायत, पार्षद, महापौर एवं उपमहापौर ने अपने मासिक भत्ते को दोगुना करने पर प्रसन्नता व्यक्त की है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने पंचायती राज को जड़ से मजबूत करने के उद्देश्य से दलविहीन चुनाव कराया है। इस तरह उन्होंने बताया कि सरकार ने पंचायतों को विभिन्न प्रकार से मजबूत करने के उद्देश्य से उनकी सभी मांगों को पूरा कर दिया है।
उन्होंने बताया कि पंचायतों को विभिन्न तरीकों से सशक्त बनाने के लिए सरकार प्रत्येक जिला पंचायत, वार्ड पंचायत और नगर पंचायत को यह अधिकार भी दे रही है कि अब प्रत्येक वार्ड में 8 आवास तक बनाए जाएंगे। उन्होंने यह विश्वास भी जताया कि अब राज्य के सभी पंचायत सदस्य गांव में मन लगाकर काम कर सकेंगे।
वहीं, गेजिंग जिले के जिला पंचायत डीएस लिम्बू ने दावा किया कि पिछली सरकार 25 साल में भी पंचायतों के लिए इतना कुछ नहीं कर सकी। उन्होंने गठन के पांच साल बाद भी पंचायतों के लिए इतना काम करने के लिए वर्तमान सरकार को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि पहले अगर किसी का घर प्राकृतिक आपदा से क्षतिग्रस्त हो जाता था तो पंचायतें प्लास्टिक का एक टुकड़ा भी बांटने की क्षमता नहीं रखती थीं। लेकिन अब पंचायतों को सरकार ने कई चीजें बांटने का अधिकार दिया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार लंबे समय तक तीन दिवसीय पंचायत सम्मेलन का आयोजन नहीं कर सकी।
वहीं, पाकिम जिले की जिला उपाध्यक्ष प्रभा प्रधान ने बताया कि पहले एक दिवसीय पंचायत सम्मेलन होता था, लेकिन पंचायतें अपनी बात नहीं रख पाती थीं, लेकिन इस बार तीन दिवसीय पंचायत सम्मेलन में सभी सदस्य अपने विचार, शिकायतें एवं समस्याएं मुख्यमंत्री के समक्ष रख सके। इस मौके पर गंगटोक जिले के जिला अध्यक्ष बलराम अधिकारी, मंगन जिले के जिला अध्यक्ष कादो छिरिंग लेप्चा, सोरेंग जिले के जिला अध्यक्ष टीला गुरुंग समेत अन्य ने भी संबोधित किया।
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