संजय अग्रवाल
रंगपो, 18 सितम्बर । हाम्रो छहारी अभियान का उद्देश्य हमारे आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए अस्थायी आवास प्रदान करना है, जिन्हें विशेष बीमारियों के इलाज के लिए देश के महानगरों की यात्रा करनी पड़ती है और हमारा सपना है कि एक दिन इसे पूरे भारत के राज्यों में स्थापित किया जाए। आज तक हमें हर तरफ से बिना किसी रुकावट के जो मदद मिल रही है, उसी तरह एक दिन हम पूरे देश में अपना आश्रम स्थापित कर एक मिसाल कायम कर सकेंगे। कालिमपोंग हाम्रो छाहरी की कोषाध्यक्ष शीला थामी दहाल ने गंगटोक में आयोजित हाम्रो छाहरी की बैठक और बातचीत के दौरान पत्रकारों से यह बात कही।
मुंबई और सिलीगुड़ी में हाम्रो छहारी आश्रम समर्पित स्थानीय कार्यकर्ताओं द्वारा सराहनीय तरीके से संचालित किए जा रहे हैं और न केवल हमारे रोगियों को आवास प्रदान करते हैं, बल्कि ये सामाजिक रूप से जागरूक कार्यकर्ता अस्पताल पंजीकरण, डॉक्टरों के साथ बातचीत, मार्गदर्शन, रक्तदान, दाह संस्कार, एम्बुलेंस प्रबंधन भी प्रदान करते हैं। यह कहते हुए कि वह मानवता की भावना से देश के सभी क्षेत्रों, जातियों और धर्मों के पीड़ितों की मदद कर रही हैं, उन्होंने सदस्य बनने के बाद उन्हें मिलने वाली प्राथमिकता के बारे में बताया और सभी से इसे प्राप्त करने का आह्वान किया।
उन्होंने इस तथ्य पर विचार करते हुए कि हमारे समुदाय में महिलाओं की उपस्थिति दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, समाज में सकारात्मक बदलाव के संकेत के रूप में, प्रत्येक परिवार की महिलाओं को इस अभियान में शामिल होने की आवश्यकता पर बल दिया। कालमपोंग हाम्रो छहारी की पहल के तहत कलकत्ता में स्थापित होने वाले प्रस्तावित आश्रम के लिए बातचीत में भाग लेने आए संयुक्त सचिव चंद्रसेन खाती ने छहारी की पृष्ठभूमि और कलकत्ता में इसकी आवश्यकता के बारे में बताया, जबकि आजीवन सदस्य दावा डोमा ने बताया।
कोलकाता छहारी समन्वय समिति के मुख्य संयोजक हीरा छेत्री ने दावा किया कि छहारी की यात्रा सिक्किम राज्य के सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका के कारण शुरू हुई और आशा व्यक्त की कि कलकत्ता छहारी के लिए भी यही योगदान जारी रहेगा। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा पुराने आजीवन सदस्यों एवं उससे ऊपर के सदस्यों को मुंबई से जारी कालेमपोंग हाम्रो छहारी प्रमाण पत्र तथा कोलकाता अभियान से जुड़े नये सदस्यों को कालिंपोंग हाम्रो छहारी प्रमाणपत्र प्रदान किया गया।
गंगटोक के एक वरिष्ठ आजीवन सदस्य और कलाकार श्री चुन्नीलाल घिमिरे, जिन्होंने पिछले चरण में यथासंभव सहायता प्रदान की, ने संगठनात्मक कार्य में संचार व्यवधान के बारे में चर्चा की। कलकत्ता छहारी के लिए एक नए जोश के साथ काम करने के विचार के साथ, उन्होंने कोलकाता छहारी के लिए अर्थ जुटाने के लिए सकारात्मक सुझाव भी प्रस्तुत किए।
इस दिन, कलकत्ता में हाम्रो छहारी की स्थापना के सपने को साकार करने के उद्देश्य से, वरिष्ठ पत्रकार श्री जोसेफ लेप्चा को सिक्किम में हाम्रो छहारी की गतिविधियों को तेज करने के लिए मूल समन्वयक के रूप में नामित किया गया और पुराने सदस्यों के साथ एक बैठक बुलाने का निर्णय लिया गया। उस दिन गंगटोक के सामाजिक रूप से जागरूक व्यक्तित्वों ने आगे बढ़कर छहारी को वित्तीय सहायता प्रदान की और आने वाले दिनों में अन्य सदस्यों ने कलकत्ता में आश्रम स्थापित करने के लिए नियमित रूप से अपना समर्थन दिया।
इस दिवस के संवाद में समाज के प्रबुद्ध व्यक्तियों श्री रूद्र पौड्याल, श्री कुबेर चन्द्र दहाल आदि ने अपने संक्षिप्त वक्तव्य प्रस्तुत किये तथा हाम्रो छहारी को एक राष्ट्रव्यापी अभियान बताते हुए इसकी मुक्तकंठ से प्रशंसा की तथा इसके लिए अपनी शुभकामनाएं व्यक्त कीं। उस दिन कार्यक्रम में श्री नवीन लामिछाने, डा एम बी छेत्री, सुश्री पूर्णिमा शर्मा, श्रीमती अनिता निरौला, श्रीमती शर्मिष्ठा राई, श्री प्रद्युम्न श्रेष्ठ, श्री कुबेर चंद्र दहाल, श्री चुन्नीलाल घिमिरे, श्रीमती बिनोरा थापा, श्री जीवन शर्मा, डॉ पारसमणि कार्की, श्री प्रेम नारायण प्रधान, श्री नारायण भट्टराई और अन्य अतिथियों में श्रीमती नीता निराश, श्री पीएन प्रधान, श्री एचबी शर्मा, सुश्री थगुमाया बरदेवा, सुश्री अमिता जी थापा, श्री टिमोथी राई, श्री प्रेम भुजेल, श्री भीम राउत, सुश्री रूपा सिंचुरी, सुश्री संगीता लकसम, श्री दुर्गा शर्मा, सुश्री राधा प्रधान, सुश्री अनिता प्रधान, सुश्री लक्ष्मी छेत्री आदि उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन श्री जोसेफ लेप्चा द्वारा किया गया, जबकि परियोजना का पूरा भार वरिष्ठ वास्तुकार और संगीतकार श्री किरण रसाइली के सौजन्य से वहन किया गया।
No Comments: