नामची : समुदाय में मानसिक स्वास्थ्य देखभाल के बढ़ावे की दिशा में नामची जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत राज्य के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग के सहयोग से एमएनएस डिसऑर्डर पैकेज पर प्राथमिक स्वास्थ्य उप केंद्रों के मिड लेवल स्वास्थ्य प्रदाताओं, परामर्शदाताओं और स्वास्थ्य शिक्षकों के लिए दो दिवसीय व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम आज समाप्त हुआ।
प्रशिक्षण स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की सभी जिलों में गुणवत्तापूर्ण मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करने की चल रही प्रतिबद्धता का हिस्सा है, जिसमें प्रारंभिक जांच, मानसिक स्वास्थ्य संवर्धन, रेफरल लिंकेज और अनुवर्ती देखभाल में व्यावहारिक कौशल के साथ अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को सशक्त बनाया जाएगा।
इस अवसर पर नामची जिला अस्पताल के पीसीसी सह जिला नोडल अधिकारी डॉ उर्गेन शेरपा ने एमएलएचपी के लिए अपना मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखने और सामुदायिक सहयोग के लिए सेल्फ-केयर पर भी जोर दिया। वहीं, अतिरिक्त एनएमएचपी निदेशक डॉ तारा गौतम ने बताया कि प्रशिक्षण का मकसद प्रतिभागियों को एमएनएस पैकेज के तहत उपकरण एवं ट्रेनिंग देना है, ताकि दूर-दराज के कम्युनिटीज़ में भी समय पर सपोर्ट मिल सके।
दो दिन ट्रेनिंग के दौरान, एमएलएचपी को एमएनएस क्लिनिकल डिसीजन-सपोर्ट टूल्स के इस्तेमाल, काउंसलिंग की बेसिक बातें, रिस्क असेसमेंट, क्राइसिस मैनेजमेंट और डॉक्यूमेंटेशन पर हैंड्स-ऑन सेशन मिले। वहीं, पिछले वर्ष केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय से ट्रेनिंग पाए मास्टर ट्रेनरों ने प्रदर्शन, रोल प्ले और केस डिस्कशन करवाए। इनमें सेंटर फॉर एडिक्शन मेडिसिन के साइकेट्रिस्ट डॉ राजीव गुरुंग, नामची डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की साइकेट्रिस्ट डॉ सेफेल एडेन भूटिया, सीनियर क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ सोनम ओंगमु लासोपा और नामची जिला अस्पताल के काउंसलर सेफेल योंगडा शामिल थे।
उल्लेखनीय है कि उल्लेखनीय है कि इस प्रशिक्षण के बाद, नामची डिस्ट्रिक्ट की सभी आशा कार्यकर्ताओं को एक दिन की ट्रेनिंग दी जायेगी। इस पहल से मानसिक स्वास्थ्य के इलाज के अंतर को कम करने, शुरुआती पहचान को मजबूत करने और ज्यादा सेहतमंद कम्युनिटी को बढ़ावा देने की उम्मीद है।
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