गंगटोक : नागरिक-सैन्य संबंधों की मजबूती और सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास बढ़ाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की तीसरी सिक्किम बटालियन ने नागरिक प्रशासन और स्थानीय सेना इकाई के सहयोग से आज छांगू झील पर वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम आयोजित किया।
वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम का उद्देश्य जिम्मेदार पर्यटन को बढ़ावा देना, स्थानीय लोगों के बीच अपशिष्ट प्रबंधन और पृथक्करण प्रथाओं को प्रोत्साहित करना, छांगू झील और नाथुला की ओर जाने वाली सड़कों के आसपास सफाई अभियान चलाना, साथ ही स्थानीय समुदायों के साथ मिलकर उनकी परंपराओं, संस्कृति और चुनौतियों की बेहतर समझ को बढ़ावा देना है।
कार्यक्रम की शुरुआत हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने हेतु एक मिनट के मौन के साथ हुई। वहीं, नर बहादुर भंडारी गवर्नमेंट कॉलेज, एसआरएम विश्वविद्यालय और बुर्तुक गवर्नमेंट कॉलेज के कैडेटों ने सांस्कृतिक प्रदर्शनों में क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं को प्रदर्शित किया। कार्यक्रम में मुख्य आकर्षण भारतीय सेना द्वारा तोपखाने की तकनीकों पर एक प्रदर्शन और भारतीय सशस्त्र बलों और सशस्त्र चिकित्सा सेवाओं में विभिन्न कैरियर के अवसरों का विवरण देने वाली प्रस्तुति रही।
कार्यक्रम का समापन तीसरी एनसीसी बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर आदित्य कर्नल वर्मा के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ, जिसमें उन्होंने बुनियादी ढांचा विकास, बेहतर सडक़ संपर्क और सीमावर्ती गांवों के विद्युतीकरण के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के चल रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में शेरेथांग एसएचओ योगेंद्र गुरुंग, क्योंगसला रेंज ऑफिसर कृष्ण दयाल, नाथांग जीपीयू अध्यक्ष पेमा शेरपा के साथ-साथ छांगू, चिप्सू एवं थेगू के पंचायत सदस्य और अन्य भी उपस्थित थे।
#anugamini #sikkim
No Comments: