नामथांग, 29 अक्टूबर । पिछले 4 अक्टूबर को तीस्ता नदी की विनाशकारी बाढ़ से प्रभावित नामथांग रातेपानी विधानसभा के नामथांग प्रशासनिक केंद्र के 105 लोगों को मंत्री Sanjit Kharel के हाथों मुख्यमंत्री राहत कोष के माध्यम से आर्थिक सहायता प्रदान की गई। नामथांग प्रशासनिक केंद्र द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के आधार पर, आज उन 39 घरों के लाभार्थियों को भी चेक वितरित किए गए जिनके घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए थे।
अपने संक्षिप्त संबोधन में मंत्री संजीत खरेल ने बाढ़ पीड़ितों के जीवन को सामान्य स्थिति में लाने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि आज दी जा रही आर्थिक सहायता अंतिम नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी को समान रूप से इस संकट से मुक्ति दिलाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने सभी को सुझाव दिया कि भविष्य की आपदाओं को ध्यान में रखते हुए नदी के किनारे घर न बनाना ही उचित होगा।
मामारिंग गमाल पुल निवासी बाढ़ पीड़ित नरपति बाहुन ने कहा कि पिछले भूकंप में भी उसका घर क्षतिग्रस्त हो गया था लेकिन तत्काल सरकार की ओर से उन्हें केवल 10 हजार रुपये ही मिले थे। उन्होंने कहा कि इसमें से भी पांच हजार रुपये अमीन को देने पड़े थे। उन्होंने मौजूदा सरकार के सामने आए संकट के एक महीने से भी कम समय के बाद इस तरह का समर्थन मिलने के लिए राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के इस मानवतावादी धर्म ने लोगों का दिल जीत लिया है। इस प्रकार अन्य लाभार्थियों ने अपनी भी राय व्यक्त करते हुए कहा कि वे वर्तमान सरकार द्वारा की गई पहल से संतुष्ट हैं। आज के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के सचिव डा एसडी ढकाल, शोध अधिकारी सुर्जे प्रधान और अन्य उपस्थित थे।
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