गंगटोक : जिले में नशीली दवाओं के दुरुपयोग एवं इसके समाधान की दिशा में आज स्थानीय डीएसी में जिला स्तरीय एनसीओआरडी समिति की बैठक आयोजित हुई। जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में एडीएम, एएसपी, एसडीएम मुख्यालय एवं सहायक कलेक्टर के साथ-साथ नशामुक्ति केंद्रों के प्रतिनिधियों और संबंधित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक में जिला कलेक्टर ने जिले में नशीली दवाओं के दुरुपयोग के ज्वलंत मुद्दे पर उपस्थित लोगों को जानकारी दी तथा इससे निपटने के लिए समग्र दृष्टिकोण अपनाने का सुझाव दिया। उन्होंने नशे की लत से पीड़ित लोगों के लिए पुनर्वास तंत्र को मजबूत करने तथा उन्हें ठीक होने के बाद समाज में वापस लाने पर जोर दिया।
डीसी ने यह भी बताया कि जनवरी में सन टॉक्स के हिस्से के रूप में नशीली दवाओं से संबंधित मुद्दों पर एक सत्र आयोजित किया जाएगा, जिसमें गंगटोक के नशा मुक्ति केंद्रों की भागीदारी होगी। इसे लेकर बैठक में जन जागरुकता हेतु दो पोस्टर भी जारी किए गए, जिन्हें शैक्षणिक संस्थानों के 100 गज के भीतर होटलों, रेस्तरां और दुकानों पर चिपकाया जाएगा, ताकि ये परिसर सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद कानून, पॉक्सो कानून और सिक्किम आबकारी नियम आदि का पालन करें। बैठक में शिक्षा विभाग और आबकारी विभाग के प्रतिनिधियों को सभी संबंधित परिसरों में इन पोस्टरों को चिपकाने का निर्देश दिया गया।
वहीं, इस दौरान चुहुतर नशा मुक्ति केंद्र के डॉ सतीश रसाइली ने उपस्थित लोगों को नशीली दवाओं के उच्च खुराक लेने वालों की संख्या में खतरनाक वृद्धि और अन्य पहलुओं की जानकारी दी। उनके साथ, फ्रीडम होम नशा मुक्ति केंद्र के केसी नीमा ने भी नशे की लत से उबर कर समाज में वापस आए लोगों के बारे में जानकारी दी।
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