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किसी भी संस्कृति का अभिन्न अंग है भाषा : राज्‍यपाल

गंगटोक । आदिकवि भानु भक्त आचार्य की 210वीं जयंती पर नेपाली साहित्य परिषद, सिक्किम द्वारा आज ‘हाम्रो एकता, हाम्रो समृद्धि’ थीम के साथ स्थानीय जीरो प्वॉइंट स्थित भानु उद्यान में राज्य स्तरीय समारोह शुरू हुआ। इसके उद्घाटन समारोह में सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य और ग्रामीण विकास व सहकारिता मंत्री अरुण कुमार उप्रेती क्रमश: मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। समारोह की शुरुआत पंचकन्या द्वारा किए गए ‘मंगलाचरण’ के जाप के साथ हुई।

इस अवसर पर अपने संबोधन में राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने सभी को 210वीं भानु जयंती समारोह को शुभकामनाएं देते हुए इस समारोह के आयोजन हेतु नेपाली साहित्य परिषद, सिक्किम की सराहना की। उन्होंने भाषा को किसी भी संस्कृति का अभिन्न अंग बताते हुए कहा कि यह समाज के रीति-रिवाजों, मूल्यों और मान्यताओं को व्यक्त करती है और भाषा विकास से ही संस्कृतियों और परंपराओं को संरक्षित करने में मदद मिलती है। उन्होंने आचार्य भानुभक्त को एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व बताते हुए उनके साहित्यिक योगदान के माध्यम से संस्कृति को समृद्ध करने का जिक्र किया।

राज्यपाल ने कहा कि आचार्य ने वाल्मीकि रामायण का नेपाली में अनुवाद किया, जिससे यह आम लोगों के लिए सुलभ हो गई, जिससे नेपाली भाषा और साहित्य में उल्लेखनीय प्रगति हुई और साथ ही एकता को बढ़ावा मिला। इसके साथ ही उन्होंने समाज में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले दूरदर्शी व्यक्तियों को भी याद किया। उन्होंने कहा कि सिक्किम भारत की विविधता में एकता का उदाहरण है, जहां राज्य के सभी समुदाय सौहार्दपूर्ण तरीके से त्योहार मनाते हैं।

इसके अलावा, राज्यपाल ने सभी से अपनी जड़ों से जुड़ने का आग्रह करते हुए कहा कि मजबूत जड़ें ही मजबूत शाखाएं सुनिश्चित करती हैं। उन्होंने युवा पीढ़ी से भाषा व सांस्कृतिक परंपराओं की रक्षा करने का आह्वान किया और राज्यवासियों से भानुभक्त आचार्य से प्रेरणा लेते हुए एकता, सद्भाव, समृद्धि और प्रगति को मजबूत करने की अपील की। इसके साथ ही उन्होंने भारत के अमृत काल के दौरान सिक्किम के अपना 50वां स्थापना दिवस मनाने पर खुशी जाहिर करते हुए एक स्वर्णिम, समृद्ध और विकसित सिक्किम और भारत के लिए प्रतिबद्धता का आह्वान किया।

इससे पहले, गंगटोक के विधायक सह आयोजन समिति के अध्यक्ष दिले नामग्याल बारफुंग्‍पा ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए राज्य की संस्कृति और साहित्य की रक्षा में उनके मिशन और विजन के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने सभी से आदिकवि की शिक्षाओं का अनुशरण करने और आने वाली पीढि़यों के लिए साहित्य के महान कार्यों का सृजन करने का आग्रह किया।

कार्यक्रम के बाद गणमान्य व्यक्तियों और अधिकारियों ने आदिकवि भानु भक्त आचार्य के साहित्यिक योगदान के सम्मान में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।

इस अवसर पर पीएचई एवं जल संसाधन मंत्री सोनम लामा, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री जीटी ढुंगेल, लोकसभा सांसद इंद्र हांग सुब्बा के साथ विधायक, पूर्व विधायक, मुख्यमंत्री के पूर्व प्रेस सलाहकार, जीएमसी मेयर, डिप्टी मेयर, पार्षद, विभागाध्यक्ष, अन्य गणमान्य लोग एवं स्कूली छात्र व शिक्षक भी उपस्थित थे।

#anugamini #sikkim

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