गेजिंग : गेजिंग जिले में कमजोर बच्चों के लिए सहायता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए डीसी सुश्री यिशे डी योंगदा ने किशोर न्याय अधिनियम के तहत निर्धारित विशेष दत्तक ग्रहण एजेंसी (एसएए) के लिए नवस्थापित स्थान का उद्घाटन किया।
कार्यक्रम में एडीसी सुश्री रजनी शर्मा, एसडीएम संदेश सुब्बा, उप निदेशक/सीड एचबी शंखवार, सीडीपीओ सुश्री भावना सुब्बा, कानूनी-सह-परिवीक्षा अधिकारी सुश्री सांगे चोडेन भूटिया और जिला बाल संरक्षण इकाई तथा गेजिंग बाल हेल्पलाइन इकाई के अधिकारियों ने भाग लिया। जिले के कमजोर बच्चों के समग्र कल्याण को सुनिश्चित करने के इरादे से विशेष दत्तक ग्रहण एजेंसी के लिए उपयुक्त स्थान का प्रावधान सुनिश्चित करने की पहल, संकटग्रस्त बच्चों के लिए सुरक्षित और पोषण वातावरण की आवश्यकता को संबोधित करने के अनुरूप है।
डीएसी के निकट टिक्जुक में स्थापित विशेष दत्तक ग्रहण एजेंसी, वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए मिशन वात्सल्य दिशानिर्देशों के अनुरूप अपनी स्वीकृत क्षमता के तहत दस बच्चों की देखभाल करने के लिए तैयार है। प्रत्येक बच्चे को 2,500 रुपये प्रतिमाह का आबंटित भरण-पोषण अनुदान प्रदान किया जाता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि उनकी आवश्यक आवश्यकताओं की पर्याप्त पूर्ति हो। एसएए राष्ट्रीय दत्तक ग्रहण नियमों के अनुरूप कानूनी दत्तक ग्रहण प्रक्रियाओं को सुगम बनाएगा तथा यह सुनिश्चित करेगा कि पात्र बच्चों को सुरक्षित, प्रेमपूर्ण और संरक्षित घरों में रखा जाए।
इस सुविधा में एक क्रेडल बेबी रिसेप्शन सेंटर भी शामिल है, जिसे परित्यक्त बच्चों को बचाने तथा गोद लेने की औपचारिक प्रक्रिया पूरी होने तक उन्हें तत्काल देखभाल और संरक्षण प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह सुविधा अपने शिशुओं की देखभाल करने में असमर्थ माता-पिता और अभिभावकों के लिए एक सुरक्षित और दयालु विकल्प सुनिश्चित करती है तथा कमजोर शिशुओं की भलाई की रक्षा करती है। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए डीसी ने हितधारकों के बीच परामर्श और जागरुकता निर्माण को प्राथमिकता देते हुए जेजे अधिनियम के दिशा-निर्देशों और प्रावधानों का पालन करने पर जोर दिया। सुश्री भावना सुब्बा सीडीपीओ ने अपने स्वागत भाषण में इस पहल के लिए डीसी तथा मार्गदर्शन के लिए एडीसी और प्रशासन को धन्यवाद और आभार व्यक्त किया।
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