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IGNOU का दीक्षांत समारोह संपन्‍न

गंगटोक । इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) का 37वां दीक्षांत समारोह आज केंद्रीय रूप से नई दिल्ली के विश्वविद्यालय परिसर के साथ-साथ देश भर के 39 क्षेत्रीय केंद्रों पर आयोजित किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दीक्षांत भाषण दिया।

इसी कड़ी में, गंगटोक के तादोंग 5 माइल स्थित सिक्किम विश्वविद्यालय के रापज्योर कावेरी हॉल में भी इग्नू क्षेत्रीय केंद्र द्वारा 37वें क्षेत्रीय दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया जिसमें जूलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की सिक्किम राज्य इकाई के निदेशक डॉ पंकज सैनी सम्मानित अतिथि के रूप में शामिल हुए। वहीं, कार्यक्रम में विशेष आमंत्रित सदस्यों के तौर पर सिक्किम विश्वविद्यालय के डीन ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज प्रोफेसर एसएस महापात्रा और प्रमुख मनोविज्ञान विभाग के प्रोफेसर एस पंडा शामिल रहे। समारोह में 1268 योग्य शिक्षार्थियों में से केवल 123 ही अपनी स्नातक और मास्टर डिग्री प्राप्त करने के लिए समारोह में शामिल हुए।

इस अवसर पर इग्नू क्षेत्रीय केंद्र के वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ योना भूटिया ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि 2000 में अपनी स्थापना के बाद से क्षेत्रीय केंद्र गंगटोक उच्च शिक्षा में समावेशिता, गुणवत्ता, पहुंच और सामर्थ्य के अपने मिशन और दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए सभी प्रयास कर रहा है। इग्नू के इस क्षेत्रीय केंद्र ने ओडीएल और ऑनलाइन मोड में 161 कार्यक्रमों के माध्यम से सिक्किम और पड़ोसी क्षेत्र में उच्च शिक्षा के अवसर और पहुंच प्रदान की है। इसने राज्य की एक बड़ी आबादी, विशेषकर ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों, एससी/एसटी और महिला छात्रों को शैक्षिक अवसर उपलब्ध कराए हैं।

भूटिया ने आगे कहा कि इग्नू आरसी गंगटोक नियमित रूप से विभिन्न पहलों एवं जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन करता है और उनमें भाग भी लेता है। इनमें गांवों को गोद लेना, स्वच्छता अभियान और अन्य शामिल हैं। वहीं, शिक्षार्थियों की समस्याओं के समाधान हेतु ‘आईग्राम’ पोर्टल के अलावा फोन, व्हाट्सएप, ई-मेल और अन्य प्लेटफार्मों के माध्यम से हेल्पलाइन उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने यह शीघ्र ही इग्नू आरसी गंगटोक को एक नए स्थान पर स्थानांतरित होने की भी जानकारी दी।

वहीं, सम्मानित अतिथि डॉ पंकज सैनी ने प्रबंधन एवं फैकल्टी की सराहनीय भूमिका और समर्पण के साथ इस विश्वविद्यालय की मजबूत नींव का उल्लेख करते हुए कहा कि शिक्षार्थियों के उज्ज्वल भविष्य को आकार देने में इग्नू सदस्य, विभिन्न पाठ्यक्रमों और फैकल्टी के साथ आज मौजूद सबसे बड़ा शैक्षणिक संस्थान, दूरदराज के क्षेत्रों सहित समाज के एक बड़े वर्ग को कई विषयों में उच्च शिक्षा और कौशल प्रदान कर रहा है। उन्होंने राष्ट्र निर्माण में इसकी बड़ी जिम्मेदारी बताते हुए कहा दूरस्थ शिक्षा की एक बड़ी सामाजिक-आर्थिक प्रासंगिकता है और इग्नू ने देश की उच्च शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

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