गेजिंग । हिमालयन फाउंडेशन के तत्वावधान में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी आयोजित किए गए तीन माह व्यापी पौधरोपण कार्यक्रम का आज समापन हो गया। फाउंडेशन के सदस्यों ने भारत-नेपाल सीमावर्ती उत्तरे के सोपाखा जोरबूटे परिसर के काजी बरखे में विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाकर इस वर्ष के तीन महीने तक चलने वाले इस कार्यक्रम को पूरा किया। गौरतलब है कि यह पौधरोपण कार्यक्रम 1 जून 2024 से शुरू किया गया था।
फाउंडेशन की ओर से बताया गया है कि वर्तमान सिक्किम सरकार द्वारा शुरू किए गए “मेरो रुख मेरो संतति” अभियान का समर्थन करने हेतु ईश्वर की सर्वोत्कृष्ट रचना मानव जाति को बचाने की दिशा में यह कार्यक्रम किया जाता है। आज विकास, प्रगति और सभ्यता के नाम पर मानव स्वयं अपना विनाश कर रहा है। स्थिति यह है कि कई पौधों, जंगली जानवरों एवं प्राणियों की प्रजातियां पृथ्वी से विलुप्त होने के कगार पर हैं। इसके कारण हमारी पृथ्वी का पारिस्थितिकी तंत्र, हमारी जैव विविधता असंतुलित हो गई है।
फाउंडेशन के नेता गणेश यांगमा ने कहा है कि जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग के खतरों पर नजर रखते हुए वन विभाग के नंदा राम भुजेल और सेवानिवृत्त शिक्षक पिछले साल से अभियान चला रहे हैं।
आज इस कार्यक्रम में सशस्त्र बलों और स्थानीय युवाओं ने भाग लिया और हजारों पेड़ लगाए गए।
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