गंगटोक, 07 अक्टूबर । सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने प्राकृतिक आपदा से प्रभावित क्षेत्र रंगपो और आसपास के इलाकों का दौरा किया एवं क्षतिग्रस्त इलाकों का भ्रमण करते हुए स्थिति का जायजा लिया।
इस दौरान उन्होंने माइनिंग सरकारी माध्यमिक विद्यालय में लगे राहत शिविर का निरीक्षण किया जहां उन्होंने राहत शिविर में शरण लिए लोगों से बातचीत की। राज्यपाल ने लोगों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि केंद्र सरकार, राज्य सरकार, अधिकारी गण एवं जनता सभी सामूहिक रुप से इस विपत्ति से निपटने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे हैं और जल्द ही स्थिति की सामान्य बहाली की बात कही। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि मनुष्य का जीवन सबसे अमूल्य है और यदि जान है तो हम फिर से सब कुछ प्राप्त कर सकते हैं।
इसी कड़ी में राज्यपाल ने चानाटार डिजिटल हाल रिलीफ कैंप का भी निरीक्षण किया। जहां बड़ी तादाद में लोगों को रखा गया है। इस दौरान लोगों से संवाद करते हुए उनकी समस्याओं के बारे में भी पूछताछ की जहां लोगों को मुस्कुराते हुए हर परिस्थितियों को झेलने के जज्बे को देख कर कहा कि सिक्किम के नागरिकों द्वारा धैर्य और साहस बनाए रखने का हौसला अद्भुत है। उन्होंने लोगों का मनोबल बढ़ाते हुए यह भी कहा कि यह अंधेरा पक्ष बहुत ही जल्द खत्म हो जाएगा फिर से दुनिया बसेगी और मुस्कराहट वापस आएगी। इस संकट की घड़ी में हम सब आपके साथ खड़े है।
राजपाल ने यहां के खाने-पीने रहने एवं स्वास्थ्य सेवा पर संतुष्टि जाहिर करते हुए सेवा में संलग्न लोगों की प्रशंसा करते हुए कहा, किसी के दुख को अपना दुःख समझना यही सबसे बड़ी पूजा है, जो आप सभी कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने रंगपो में क्षतिग्रस्त अटल सेतु पुल का भी गहन निरीक्षण किया जहां की स्थिति को हृदय विदारक बताते हुए अधिकारियों से इसकी विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
आज के दौरे के दौरान राज्यपाल ने आर्मी एडवेंचर नोडल सेंटर, बरदांग का भी दौरा किया जहां उन्हें त्रासदी एवं राहत बचाव के कार्यों का विवरण दिया गया। इस विनाशकारी आपदा में जान गुमाने वाले सैनिकों के प्रति श्रद्धांजली व्यक्त करते हुए माननीय राज्यपाल ने कहा कि विषम परिस्थिति में भी भारतीय सेना मुस्तैदी एवं समर्पण के साथ अपने कर्तव्य पथ पर निरंतर अग्रसर रहती है जो अभिनंदनीय है। आज के दौरे में जिलाधिकारी पाकिम, अतिरिक्त जिलाधिकारी, अधिकारी, नगर पार्षद भी उनके साथ रहे।
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