गंगटोक, 17 सितम्बर । आज राजभवन में विश्वकर्मा पूजा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर सिक्किम के राज्यपाल श्री लक्ष्मण प्रसाद आचार्य की विशिष्ट पहल “राज भवन परिवार कौशल विकास प्रशिक्षण”, “सबैं सीखौं, सबैं बढ़ौं” के थीम पर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया जिसमें राज भवन परिवार के बच्चों और अभिभावकों एवं एसआरएम विश्वविद्यालय के उपकुलपति, सदस्यों की उपस्थिति रही।
इस कार्यक्रम के उद्देश्य को उजागर करते हुए राज्यपाल ने कहा कि बढ़ो और बढ़ाओ, और सभी के जीवन मे रोशनी लाओ, यही जीवन की सार्थकता है। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के जन्मदिन एवं जगत के शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा जी की पूजा के पावन अवसर पर, राजभवन और एसआरएम विश्वविद्यालय द्वारा तकनीकी शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए एक सहयोगात्मक प्रयास की घोषणा करते हुए गर्व महसूस कर रहा हूं। उन्होंने एसआरएम विश्वविद्यालय के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि एसआरएम विश्वविद्यालय के सहयोग ने हमें अपने राजभवन के बच्चों को तकनीकी जगत में अग्रसर होने का अवसर प्रदान किया है।
इस अवसर पर राज्यपाल ने बच्चों एवं अभिभावकों से बातचीत करते हुए बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाने की सलाह दी एवं छात्रों को कौशल विकास प्रशिक्षण का अधिकतम लाभ उठाने और कंप्यूटर और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल करने की बात कही।
उन्होंने यह भी कहा कि हमारे बच्चों में अपार प्रतिभा और असीम क्षमता है, जिसे दिशा प्रदान करना अवश्यक है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा, कौशल, विज्ञान और विभिन्न क्षेत्रों में भारत हमारे माननीय प्रधान मंत्री के कुशल अगुवाई में पूरे विश्व के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने की ओर संकल्प बद्ध है।
इस पहल के अंतर्गत राजभवन परिवार के बच्चों को कंप्युटर एवं टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कौशल को बढ़ावा देना है, जिसे एसआरएम विश्वविद्यालय के सहयोग द्वारा शुरू किया है जो एक सर्टिफिकेट कोर्स है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य बच्चों को टेक्नोलॉजी से जोड़ना और उनकी प्रतिभा व सम्भावनाओं को विकसित करना है।
कार्यक्रम के आरंभ में राजभवन के सचिव श्री जिग्मी दोरजी भूटिया ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। इसी कड़ी में एसआरएम विश्वविद्यालय की कंप्युटर प्रशिक्षका ने सर्टिफिकेट कोर्स की विस्तृत जानकारी प्रदान की।
इसी के अंतर्गत उप कुलपति, एसआरएम विश्वविद्यालय एस सतीश कुमार ने माननीय राज्यपाल की पहल की सराहना करते हुए कहा कि उपहार कई रूप से प्रदान किया जाता लेकिन माननीय राज्यपाल द्वारा बच्चों को दिया गया विद्या और कौशल का जो अमूल्य गिफ्ट है यह बच्चों के जीवन को संवारने का कार्य करेगा और आजीवन यह ज्ञान उनके साथ रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्यक्रम नई शिक्षा नीति के उद्देश्यों के अनुरूप है।
कार्यक्रम का उद्घाटन औपचारिक तौर पर राज्यपाल द्वारा फीता काटकर किया गया। इस पहल के लिए राजभवन स्टाफ ने राज्यपाल के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्यपाल महोदय द्वारा यह नेक पहल उनकी मानवीय भावनाओं के साथ साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी एक श्रेष्ठ नेतृत्व की भूमिका को दर्शाती है।
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