गंगटोक, 18 अक्टूबर । सिक्किम में आई हालिया आपदा के मद्देनजर राज्य के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग (गोले) ने आज कहा कि सरकार उत्तर सिक्किम के जंगू में प्रस्तावित 520 मेगावॉट की तीस्ता-4 जल विद्युत परियोजना के मामले में आगे बढ़ने के बारे में स्थानीय लोगों के फैसले के अनुसार ही काम करेगी।
गौरतलब है कि ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट के कारण उत्तर सिक्किम में चुंगथांग स्थित तीस्ता-3 जल विद्युत परियोजना के ढहने के बाद जंगू-4 परियोजना को लेकर भी चिंताएं बढ़ गईं हैं। यहां पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा, वर्तमान सरकार लोगों की इच्छाओं के अनुसार चलती है। वे जो चाहेंगे, हम करेंगे। उन्होंने कहा, हम तीस्ता-4 परियोजना पर निर्णय लोगों पर छोड़ते हैं और वे जो भी निर्णय लेंगे, हम वही करेंगे।
उल्लेखनीय है कि तीस्ता नदी के किनारे जंगु में एनएचपीसी द्वारा प्रस्तावित मेगा जल विद्युत परियोजना डिक्चू डाउनस्ट्रीम में 510 मेगावॉट की तीस्ता-5 जल विद्युत परियोजना और चुंगथांग अपस्ट्रीम में 12000 मेगावॉट की तीस्ता-3 जल विद्युत परियोजना के बीच पड़ती है। परियोजना को अधिकांश वैधानिक मंजूरी दे दी गई है। हालांकि, इस परियोजना को स्थानीय संगठनों और समुदाय द्वारा काफी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना हैं कि लगभग 10 किमी की मुक्त बहने वाली तीस्ता नदी का यह आखिरी हिस्सा संरक्षित रहे।
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