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सिक्किम की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध : प्रेम सिंह तमांग

एड शीरन के आमंत्रण का मुख्यमंत्री ने किया बचाव, कहा विपक्ष अनावश्यक मुद्दे न उठाए

मंगन : नामप्रिकदांग नामसुंग समारोह समिति (एनएनसीसी) द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय नामप्रिकदांग नामसुंग महोत्सव 2024-25 आज ऊपरी जंगू के नामप्रिकदांग में संपन्न हुआ। सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग (गोले) ने महोत्सव के समापन समारोह में भाग लिया, जहां लेप्चा और लिम्बू समुदायों द्वारा पारंपरिक तरीके से उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इसके बाद गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, उसके बाद पारंपरिक पूजा अनुष्ठान हुआ और महोत्सव के लिए लगाए गए विभिन्न स्टालों का दौरा किया गया।

इस कार्यक्रम में विधानसभा के अध्यक्ष एमएन शेरपा, उपाध्यक्ष श्रीमती राजकुमारी थापा, वन मंत्री और जंगू के विधायक पिंछो नामग्याल लेप्चा और मंत्री भीमहांग सुब्बा, राजू बस्‍नेत, एनबी दहाल, भोज राज राई भी उपस्थित थे। विधायक दिल्‍ले बारफुंग्‍पा (गंगटोक), सोनम वेंचुंग्‍पा (मार्तम-रुम्‍तेक), सुश्री कला राई (अपर बर्तुक), एरोन तेनजिंग लेप्चा (रिनछेनपोंग), कुंगा नीमा लेप्चा, मुख्‍यमंत्री के सलाहकार, सीएम के राजनीतिक सचिव जैकब खालिंग, अध्यक्ष मंगन कादो छिरिंग लेप्चा, उपाध्याय सुश्री सोनम किपा भूटिया, सचिव बीके लामा (संस्कृति), टीटी लेप्चा (विद्युत), प्रदीप कुमार (वन), डीसी मंगन अनंत जैन (आईएएस), एसपी मंगन सोनम देचू भूटिया, जिले के कार्यालय प्रमुख, जिला प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी और जनता सभी अंतिम दिन के समारोह का हिस्सा थे।

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य संरक्षक एवं वन मंत्री पिंछो नामग्याल लेप्चा के स्वागत भाषण से हुई। अपने भाषण में मंत्री लेप्चा ने जोंगू में किए गए विकास कार्यों के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया तथा स्थानीय समुदाय के प्रति उनके निरंतर सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने महोत्सव की जड़ों पर भी प्रकाश डाला जो 1976 में इसकी स्थापना से जुड़ी हैं तथा भविष्य में महोत्सव को और अधिक ऊंचाइयों तक ले जाने की इच्छा पर बल दिया।

समापन समारोह का मुख्य आकर्षण पूर्वी क्षेत्रीय संस्कृति केंद्र, संस्कृति मंत्रालय द्वारा प्रायोजित सांस्कृतिक प्रदर्शन था, जिसमें सिक्किम के संस्कृति विभाग के सहयोग से राज्य के साथ-साथ अन्य राज्यों के पारंपरिक नृत्य और संगीत की प्रस्तुति दी गई। पारंपरिक खेल प्रतियोगिताएं भी उत्सव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थीं, जिसमें रस्साकशी (पुरुषों और महिलाओं के लिए) का फाइनल आज हो रहा है। कार्यक्रम में लाभार्थियों को चेक वितरित किए गए और सामुदायिक कल्याण और उत्सव में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले व्यक्तियों और समूहों को पुरस्कार प्रदान किए गए।

अपने संबोधन में मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग (गोले) ने महोत्सव की सफलता के लिए आयोजकों और स्थानीय समुदाय को बधाई दी। उन्होंने सिक्किम की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की और उम्मीद जताई कि इस तरह के आयोजन सिक्किम में एकता, शांति और सामुदायिक भावना को बढ़ावा देते रहेंगे। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि ऐतिहासिक नामप्रिकदांग क्षेत्र, जो 2023 में बाढ़ से प्रभावित हुआ था, का अधिक टिकाऊ तरीके से जीर्णोद्धार और पुनरुद्धार किया जाएगा।

उन्होंने परंपराओं और संस्कृति की सुरक्षा के महत्व पर भी बात की तथा सभी से नामप्रिकदांग नामसुंग महोत्सव की समृद्ध विरासत को संरक्षित करने का आग्रह किया, जिसे आज तक 49 वर्षों से मनाया जा रहा है। उन्होंने सिक्किम के लोगों को लाभान्वित करने वाली विभिन्न सरकारी योजनाओं पर भी प्रकाश डाला, जैसे मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता योजना (सीएमएमए), बुनियादी ढांचा विकास पहल और स्वास्थ्य एवं शिक्षा क्षेत्र में योजनाएं। उन्होंने सिक्किम गर्ल्स फुटबॉल टीम को राष्ट्रीय खेलों के लिए उनके चयन पर बधाई दी और कहा कि सरकार का लक्ष्य सिक्किम के युवाओं के लिए अधिक अवसर पैदा करना है।

उन्‍होंने कहा कि नामप्रिकदांग नामसुंग महोत्सव अद्वितीय है, क्योंकि यह स्वदेशी परंपराओं का जश्न मनाता है और सांप्रदायिक सद्भाव के माध्यम से संस्कृति को बढ़ावा देता है। उन्होंने बताया कि 14 जनवरी से जोरथांग में आयोजित होने वाले मकर संक्रांति महोत्सव को भव्यता के साथ आयोजित किया जाएगा, इस अवसर पर विभिन्न ग्रामीण खेलों का प्रदर्शन किया जाएगा तथा स्थानीय कलाकारों और स्थानीय खिलाड़ियों को इस अवसर पर अपनी कला प्रस्तुत करने का अवसर मिलेगा। अगर कोई किसी जातीय त्योहार के आयोजन का विरोध करता है, तो वह जाति विरोधी है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि सिक्किम के राज्य दिवस की 50वीं स्वर्ण जयंती के अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी उपस्थित रहेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार कार्यक्रम के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने बताया कि स्वर्ण जयंती समारोह को यादगार बनाने के लिए एक वर्ष तक भव्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि छोटा राज्य होने के बावजूद सिक्किम कई क्षेत्रों में अन्य राज्यों से आगे है। नाम्प्रिकदांग के महत्व का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, जब तक लेप्चा लोग दुनिया में रहेंगे, यह नाम्प्रिकदांग स्थान बना रहेगा।

सिक्किम में एड शीरन के कार्यक्रम का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने विपक्ष को कड़ी चेतावनी दी कि वे एड शीरन के आने को मुद्दा न बनाएं। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष अवांछित मुद्दों को मुद्दा बनाकर राज्य में अराजकता पैदा करने की कोशिश कर रहा है, क्योंकि उनके पास कोई मामला नहीं है। उन्होंने बताया कि सरकार उन्हें अपने खर्च पर नहीं बल्कि विभिन्न प्रायोजकों के सहयोग से लाने की योजना बना रही है। ऐसे प्रसिद्ध कलाकारों को सिक्किम में लाने से सिक्किम को ही लाभ होगा। हमने इस कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों के लिए भी मंच उपलब्ध कराया है। मुख्यमंत्री ने कहा, सरकार सिक्किम को विश्व मानचित्र पर लाने की दिशा में काम कर रही है, लेकिन विपक्ष बिना कोई मामला बनाए बेतुके आरोप लगा रहा है।

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