गंगटोक : ‘बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता पर कार्रवाई अनुसंधान के निष्कर्षों को साझा करना’ पर 5वां शिक्षक सम्मेलन 2024-25 गुरुवार को संपन्न हो गया। दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट, गंगटोक), उत्कृष्टता केंद्र द्वारा तथागत ऑडिटोरियम हॉल में किया गया था।
निपुण भारत कार्यान्वयन दिशा-निर्देशों और उत्कृष्टता केंद्र के रूप में डाइट की विस्तारित भूमिकाओं ने भी डाइट को सहयोगात्मक कार्रवाई अनुसंधान की सुविधा प्रदान करने का सुझाव दिया है, ताकि अभ्यासरत शिक्षक कक्षा के मुद्दों का समाधान कर सकें और आधारभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता में एक अकादमिक संसाधन पूल विकसित कर सकें। सम्मेलन का उद्देश्य शिक्षकों को चिंतनशील चिकित्सकों की गुणवत्ता अपनाने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित करना है।
शिक्षा विभाग के परीक्षा एवं छात्रवृत्ति निदेशक श्री सुब्बैया उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर शिक्षा विभाग, गंगटोक की स्कूल शिक्षा विभाग की संयुक्त निदेशक अनुग्रह चामलिंग भी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। इस अवसर पर नामची स्थित डाइट की प्रिंसिपल सुश्री वंदना छेत्री भी मौजूद थीं। आसपास के स्कूलों के स्कूल प्रमुख और शिक्षक भी मौजूद थे।
इस दौरान तुषार जी निखारे (डीसी, गंगटोक) मुख्य अतिथि थे, वहीं डॉ हन्ना योंजन (जेडी) समापन कार्यक्रम के लिए विशेष अतिथि थीं। इसके साथ ही सुश्री दीप माला (संयुक्त सचिव, प्रशासन), वासुदेव अधिकारी (संयुक्त निदेशक, गंगटोक) और पारुमिता राई, (प्रिंसिपल, डायट, गेजिंग), गंगटोक जिले के अंतर्गत बीआरसी और सीआरसी और गैर-शैक्षणिक कर्मचारी भी मौजूद थे।
दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान विभिन्न स्कूलों से आए शिक्षक-कार्यकर्ताओं ने कक्षा में शिक्षण के दौरान विद्यार्थियों के साथ किए गए प्रयोग के आधार पर पावरपॉइंट प्रस्तुतियों के माध्यम से आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता पर एक्शन रिसर्च के बारे में केस स्टडीज प्रस्तुत कीं। इसके बाद शिक्षकों और कार्यक्रम में भाग लेने वाले अन्य प्रतिभागियों के बीच चर्चा हुई, जिसमें विभिन्न अवलोकन और सुझाव दिए गए।
सम्मेलन में गंगटोक और पाकिम जिलों से शिक्षक प्रतिभागियों में सोनम ग्याछो भूटिया (सरकारी जूनियर हाई स्कूल, चेउरिबोटे), पासांग डोमा लेप्चा (सरकारी सेक. स्कूल, रोंगनेक), लंजे डोमा लेप्चा (सरकारी जूनियर हाई स्कूल, लोअर बर्तुक), नॉर्डेन छिरिंग लेप्चा (सरकारी प्राथमिक विद्यालय, समथांग), बरशा शैली मोक्तान (सरकारी सीनियर सेकेंड. स्कूल, पाची), सरोना छेत्री (सरकारी प्राथमिक विद्यालय, नमिन धुरबा), नीलम बागदास (सरकारी जूनियर हाई स्कूल, निमटार), शांति भुजाल (सरकारी जूनियर हाई स्कूल, रेनॉक बाजार), रॉबिन प्रधान (गवर्मेंट प्राथमिक विद्यालय, एल सामदुंग लाखा), ईडन लेप्चा (गवर्मेंट जूनियर हाई स्कूल, पाकिम), जानुका गुरुंग (सीएमसीएस पंगथांग), मिंगमा डोमा लेप्चा (गवर्मेंट सेक. स्कूल, अहोपुल किसान), नीमा ल्हामू शेरपा (गवर्मेंट जूनियर हाई स्कूल, एडमपूल), चुन्नी ल्हामू भूटिया (गवर्मेंट सेक. स्कूल), यांगकी लेप्चा (गवर्मेंट सेक. स्कूल, समा) चुडो टारगैन (गवर्मेंट जूनियर हाई स्कूल, पेरबिन), चंडिका भंडारी (पीएम श्री गवर्मेंट सीनियर सेकेंड. स्कूल, डिकलिंग), भीमा देवी शर्मा (गवर्मेंट सेक. स्कूल, रिले), यमिमा गुरुंग (गवर्मेंट सेक. स्कूल, रानीपूल), दिव्या शर्मा सरकार (प्राथमिक विद्यालय, टिनटेक), सुभा दत्त सापकोटा (गवर्मेंट सेक. स्कूल, बोरदांग), पूर्णिमा छेत्री (पीएम श्री गवर्मेंटसीनियर सेकेंड. विद्यालय) शामिल हैं।
कार्यक्रम के दौरान, गणमान्य व्यक्तियों ने एक्शन रिसर्च संकलन 2023-24 का शुभारंभ किया और तेईस शिक्षक प्रस्तुतकर्ताओं को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस कार्यक्रम के दौरान शिक्षा विभाग की संयुक्त निदेशक डॉ हन्ना योंजन, एससीईआरटी की फैकल्टी सुश्री लारिसा लेप्चा और एससीईआरटी से जुड़े प्रिंसिपल अजय पोखरेल को भी सम्मानित किया गया। सम्मेलन के दौरान प्राथमिक स्तर पर अपनी अभिनव प्रस्तुति साझा करने के लिए सुश्री वीणा शर्मा, पीजीटी, वाणिज्य, जीएसएसएस, एनचे को भी सम्मानित किया गया।
गंगटोक के डीसी तुषार जी निखारे ने अपने संबोधन में शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने में शिक्षकों की भूमिका के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने 5वें शिक्षक सम्मेलन के लिए संस्थान और शिक्षक प्रतिभागियों को बधाई दी। शिक्षक प्रतिभागियों को दिए अपने संदेश में उन्होंने बुद्धिमत्ता की खोज में मानवता के महत्व पर जोर दिया तथा कहा कि मानवीय दृष्टिकोण से बच्चे के जीवन में क्या अंतर आएगा। उन्होंने छात्र प्रशिक्षुओं की उनके प्रदर्शन और रचनात्मकता की सराहना की तथा उनसे आग्रह किया कि वे अपनी रचनात्मकता को जीवित रखें तथा जीवन में आगे बढ़ने के साथ-साथ इसे कम न होने दें।
शिक्षा विभाग के परीक्षा एवं छात्रवृत्ति निदेशक श्री सुब्बैया जी ने 2018 से शिक्षक सम्मेलन आयोजित करने की परंपरा को बनाए रखने के लिए संस्थान को बधाई दी। उन्होंने डायट संकाय और शिक्षकों के सहयोगात्मक प्रयास की सराहना की, जो शिक्षा के स्तर को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कहा कि तकनीकी विकास में हुई भारी प्रगति कभी भी शिक्षकों की रचनात्मकता का स्थान नहीं ले सकेगी। इसलिए, शिक्षक अपने विद्यार्थियों के विकास और सीखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
शिक्षा विभाग की संयुक्त निदेशक डॉ हन्ना योनज़ोन ने अपने संबोधन में शिक्षकों के लिए इस प्रकार के सम्मेलन के आयोजन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने विद्यार्थियों के विकास में शिक्षकों की ओर से चिंतनशील कार्रवाई अनुसंधान के महत्व पर प्रकाश डाला। डायट के प्राचार्य श्री छिरिंग वांग्दी भूटिया ने डायट को उत्कृष्टता केंद्र मानते हुए सम्मेलन की पृष्ठभूमि को संक्षेप में साझा किया, जिसे संस्थान की सर्वोत्तम प्रथाओं में से एक माना जाता है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को शिक्षण पद्धतियों के संबंध में अपने नवीन विचारों को सीखने, साझा करने और चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि यह सम्मेलन संस्थान और स्कूलों के सहयोगात्मक प्रयास की सराहना करने तथा सफलता का जश्न मनाने का अवसर प्रदान करता है।
उद्घाटन सत्र के समारोह की संचालक वरिष्ठ व्याख्याता सुश्री दुर्गा श्रेष्ठ थीं तथा धन्यवाद ज्ञापन डायट की व्याख्याता सुश्री यांगजोम लाचुंगपा ने किया। समापन कार्यक्रम की मुख्य अतिथि वरिष्ठ व्याख्याता सुश्री कर्मा डोमा कालेओन थीं, जिसका समापन डायट के व्याख्याता डॉ तेनजिंग नोरज़ोम भूटिया द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। सुश्री अरुणा प्रधान, वरिष्ठ व्याख्याता और डॉ तेनजिंग नोरजोम भूटिया, व्याख्याता, डीआईईटी सम्मेलन के समग्र समन्वयक थे।
#anugamini
No Comments: