गंगटोक । गंगटोक जिले के जिला कलेक्टर सह जिला निर्वाचन अधिकारी तुषार निखारे की अध्यक्षता में आज स्थानीय सिच्चे डीएसी में आयोजित बैठक में ईवीएम और वीवीपैट की पहली रैंडमाइजेशन प्रक्रिया हुई। इसमें अतिरिक्त जिला कलेक्टर रोहन अगवाने, एडीसी गंगटोक (मुख्यालय) मिलन राई, राब्दांग एसडीएम सुरेश राई, एसडीएम (मुख्यालय) जीएल मीणा, एसडीएम रोशन सुब्बा और विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
बैठक में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को विस्तृत रिपोर्ट प्रदान करने के साथ ईवीएम प्रबंधन प्रणाली ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से रैंडमाइजेशन प्रक्रिया का लाइव ऑनलाइन प्रदर्शन दिखाया गया। इस अवसर पर डीसी निखारे ने बताया कि मतदान केंद्रों के लिए ईवीएम एवं वीवीपैट के चयन के साथ ही कंट्रोल यूनिट, बैलट यूनिट और वीवीपैट को अलग-अलग करने की जानकारी देना ही बैठक का उद्देश्य है। उन्होंने ईवीएम और वीवीपैट डिवाइस के आवंटन के दौरान कोई भी गड़बड़ी रोकने में रैंडमाइजेशन प्रक्रिया में परीक्षण और सत्यापन प्रक्रियाओं को महत्वपूर्ण बताया, जिससे चुनावी प्रक्रिया की सटीकता और विश्वसनीयता बढ़े। इस पर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी सहमति व्यक्त की।
इसके बाद सहायक कलेक्टर अभिजीत पाटिल की देखरेख में गंगटोक जिले के संसदीय और विधानसभा क्षेत्रों के लिए ईवीएम वाले गोदाम को जिला निर्वाचन कार्यालय एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों, पुलिस कर्मियों और विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में खोला गया। इसके साथ ही सभी ईवीएम और वीवीपैट को अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों को सौंपा गया है। अब आगामी 4 अप्रैल को बुर्तुक डाईट कॉलेज के में स्ट्रांग रूम सेटअप से दूसरा रैंडमाइजेशन होगा, जहां सभी 132 मतदान केंद्रों को प्रत्येक विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए आरक्षित मशीनों के साथ व्यक्तिगत ईवीएम और वीवीपैट सौंपे जाएंगे।
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