मंगन । डीसी हेम कुमार छेत्री ने सोमवार को अपने कक्ष में टीकाकरण के लिए गठित जिला टास्क फोर्स (डीटीएफआई) के बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें पल्स पोलियो टीकाकरण (आईपीपीआई), खसरा रूबेला (एमआर) और कृमि मुक्ति पहल पर जोर दिया गया।
बैठक में मंगन की जिला उपाध्यक्ष श्रीमती सोनम किपा, जिला पंचायत, सीडीपीओ, एडी शिक्षा और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मंगन के अधिकारी उपस्थित थे। मुख्य चर्चा खसरा और रूबेला उन्मूलन, सघन पल्स पोलियो टीकाकरण और जिले भर में नियमित कृमि मुक्ति प्रयासों के लिए रणनीतियों पर केंद्रित थी। इसके अतिरिक्त बैठक में स्कैन एंड शेयर एबीडीएम (आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन) के कार्यान्वयन पर प्रकाश डाला गया, जो एक अभिनव व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड ऐप है। इसका उद्देश्य अस्पतालों में ओपीडी पंजीकरण की कतार को कम करना है। स्कैन और शेयर सेवा क्यूआर-कोड आधारित प्रणाली के माध्यम से संचालित होती है, जहां भाग लेने वाले अस्पताल रोगी पंजीकरण काउंटरों पर अद्वितीय क्यूआर कोड प्रदर्शित करते हैं।
मरीज़ों को मोबाइल ऐप का उपयोग करके इन कोडों को स्कैन करना होगा, अपना आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता बनाना होगा या उसमें लॉग इन करना होगा। वहीं पंजीकरण पूरा करने के लिए अस्पताल के साथ अपनी प्रोफ़ाइल को सहजता से साझा करना होगा, जिससे भौतिक फॉर्म की आवश्यकता समाप्त हो जाएगी। इस कागज रहित प्रक्रिया के परिणामस्वरूप तत्काल टोकन तैयार हो जाता है, जिससे मरीज अपने कार्ड का उपयोग करके लंबी कतारों से बच सकते हैं। इसके अलावा, यह बताया गया कि खसरा और रूबेला के संदिग्ध मामलों के लिए 14 रक्त के नमूने सिलीगुड़ी भेजे गए थे, जिनमें से सभी के परिणाम नकारात्मक आए। यह वर्ष 2023-24 के लिए मंगन जिले में एमआर की शून्य घटनाओं को इंगित करता है।
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