नामची : नशीली दवाओं के दुरुपयोग एवं मादक तस्करी रोकने की दिशा में आज नामची डीएसी में जिला कलेक्टर अनूपा तामलिंग की अध्यक्षता में जिला स्तरीय नार्को समन्वय केंद्र (एनकॉर्ड) की बैठक आयोजित हुई।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी), सिलीगुड़ी क्षेत्रीय इकाई के अधीक्षक सुरेश कुमार भी इसमें वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए। बैठक में नामची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कर्मा ग्यामत्सो भूटिया, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एसएन अधिकारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विकास तिवारी, डिवीजनल फॉरेस्ट अधिकारी शेतेन ताशी लेप्चा, एसडीएम (मुख्यालय) निम पिंछो भूटिया, एसडीएम सरन कालीकोटे सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में डीसी ने पिछली बैठकों में पारित प्रस्तावों के अनुरूप जारी पहलों की समीक्षा की और जिले को नशामुक्त बनाने के लक्ष्य पर जोर दिया। उन्होंने प्रत्येक विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए नशीली दवाओं के दुरुपयोग की समस्या से निपटने के लिए एक एकीकृत और सुसंगत दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया।
उन्होंने बताया कि नियमित निरीक्षणों के माध्यम से जिले के 70 प्रतिशत से अधिक स्कूलों को पहले ही तंबाकू मुक्त घोषित किया जा चुका है। अब प्राथमिक स्तर के संस्थानों को छोडक़र यह पहल जल्द ही सभी स्कूलों में लागू की जाएगी।
इसके अतिरिक्त, डीसी ने मादक द्रव्यों के सेवन से प्रभावित नाबालिगों से जुड़े मामलों से निपटने के लिए नवीनतम प्रोटोकॉल की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने जोर देकर कहा कि किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल एवं संरक्षण) कानून के प्रावधानों के अनुसार ऐसे मामलों को तुरंत जिला बाल संरक्षण इकाई और उसके बाद बाल कल्याण समिति को भेजा जाना चाहिए।
वहीं, डीसी ने एक प्रमुख प्रस्ताव रखते हुए अनिवार्य किया कि सभी मनोरंजक आयोजनों, जैसे स्थानीय मेलों, में नशा मुक्त भारत अभियान पर 10 मिनट का जागरूकता सत्र अवश्य शामिल किया जाए।
उन्होंने आगे कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़ा पाये जाने वाले किसी भी कार्यक्रम आयोजक को कानूनी दंड के अलावा पांच साल का प्रतिबंध झेलना पड़ेगा। साथ ही, उन्होंने सूचना, शिक्षा और संचार सामग्री तैयार एवं प्रसारित करने में एनसीबी, सिलीगुड़ी से सहयोग का भी अनुरोध किया और त्वरित दवा परीक्षण किट के उपयोग में तकनीकी सहायता मांगी।
बैठक में नशामुक्ति और पुनर्वास केंद्रों की निगरानी के लिए मानक संचालन प्रक्रियाओं के प्रारूपण और कार्यान्वयन पर भी चर्चा हुई। जिला स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग द्वारा तैयार किए जा रहे इन प्रक्रियाओं का क्रियान्वयन उपायुक्त की अध्यक्षता वाली जिला स्तरीय निगरानी समिति की देखरेख में किया जाएगा।
इस अवसर पर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक भूटिया ने आश्वासन दिया कि पुलिस नशीली दवाओं के खतरे को रोकने के लिए सभी विभागों को पूर्ण सहयोग प्रदान करेगी। उन्होंने मादक पदार्थों के सेवन को रोकने के लिए युवाओं को खेलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया और व्यापक नशा मुक्त सिक्किम अभियान के तहत 30 अक्टूबर से 1 नवंबर तक होने वाले नामची ओपन बास्केटबॉल टूर्नामेंट पर प्रकाश डाला।
बैठक में एएसपी विकास तिवारी, सीएमओ डॉ एसएन अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी (ग्रामीण) शेतेन ताशी लेप्चा और अतिरिक्त शिक्षा निदेशक तिलक कुमार छेत्री ने भी वक्तव्य रखा।
इसी प्रकार, श्रम अधिकारी ने श्रमिक पहचान पत्र जारी करने और श्रमिकों के समय पर निरीक्षण के बारे में जानकारी दी। उन्होंने स्थानीय पंचायतों, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में, के साथ निरीक्षणों के समन्वय के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी बताया।
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