गंगटोक । पीएमजीएसवाई सड़कों की स्थिति, जल जीवन मिशन (जेजेएम), केंद्र प्रायोजित योजना परियोजना, अप्रशिक्षित जेटीडब्ल्यू, मानसून की मूसलाधार बारिश से क्षतिग्रस्त हुए घर, ग्रामीणों के लिए खतरा पैदा करने वाले अधूरे सड़क निर्माण, सीवरेज प्लांट निर्माण के लिए भारी ट्रकों की आवाजाही के कारण क्षतिग्रस्त सड़क और स्यारी विधानसभा क्षेत्र के तहत कुंदन पावर प्रोजेक्ट कार्यों आदि के बारे में विभिन्न मुद्दों पर एक दिवसीय संयुक्त निरीक्षण किया गया।
संयुक्त निरीक्षण जिला प्रशासन द्वारा किया गया, जिसका नेतृत्व गंगटोक के डीसी तुषार जी निखारे ने किया। उनके साथ क्षेत्रीय विधायक तेनजिंग एन. लामथा भी मौजूद थे। निरीक्षण दल में एसडीएम (मुख्यालय) गिरधारी एल. मीना, डीपीओ सोनम लेप्चा, सड़क और पुल विभाग के एसई जिग्मे लाचुंगपा, एसई और डीडी, विद्युत विभाग के एसई कर्मा ग्यूरमे लुड्रो, पीएन पुलगेर, नांदोक के बीडीओ छेवांग भूटिया, रेंज अधिकारी बिनोद छेत्री, पंचायत और संबंधित क्षेत्र की जनता शामिल थे। निरीक्षण निचले तथांगचेन से शुरू हुआ, जहां पीएमजीएसवाई सड़क की स्थिति का निरीक्षण किया गया।
इस दौरान पाया गया कि क्षतिग्रस्त सड़क का कारण सीवरेज संयंत्र के निर्माण के लिए चलने वाले भारी भरकम ट्रकों की आवाजाही और पीएमजीएसवाई द्वारा सड़क का रखरखाव न किया जाना था। कई घर ऐसे थे, जो भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में आंशिक और गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए थे। टीम ने हाल ही में देवराली में नवनिर्मित पुलिस चौकी के नीचे हुई भूस्खलन की जांच की और पाया कि नीचे की इमारत को गंभीर खतरा है। यह निर्णय लिया गया कि उच्च अधिकारियों को विचार के लिए सुरक्षात्मक उपायों की सिफारिश जल्द से जल्द की जाए।
टीम ने खादी झोड़ा का भी निरीक्षण किया, जिसके बारे में जनता ने पहले ही संबंधित विभाग को सूचित कर दिया है, लेकिन अभी तक झोड़ों को ठीक करने के लिए कुछ भी नहीं किया गया है, इससे गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, खासकर मानसून के दौरान उस झोड़े को पार करने वाले छात्रों को। पश्चिम रेलवे एवं दिल्ली रेलवे को तत्काल उस झोड़े की सफाई करने तथा उस झोड़े पर आवश्यक कार्रवाई करने के लिए अपने प्राधिकारियों को अवगत कराने का निर्देश दिया गया है। टीम ने कोपी बारी वार्ड में लंबित सड़क निर्माण का निरीक्षण किया, जहां टीम ने पाया कि सड़क की ग्रेडिंग व्यवहार्य नहीं है और सड़क एवं पुल विभाग को सर्वेक्षण के लिए फिर से समय निर्धारित करने और लंबित सड़क निर्माण को पूरा करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान यह भी पाया गया कि ठेकेदार ने मिट्टी खोदते समय स्कूल को उस गांव से जोड़ने वाले स्टील पुल को क्षतिग्रस्त कर दिया था। ठेकेदार को तत्काल उन पुलों की मरम्मत करने के निर्देश दिए गए। जिम्पुंग वार्ड में जनता द्वारा बताया गया कि उनके जीपीयू में जेजेएम का कार्य संतोषजनक ढंग से नहीं किया गया है तथा पेयजल पाइपलाइनों का उचित कनेक्शन नहीं है। नंदोक के बीडीओ को सभी संबंधितों को मुद्दों को हल करने के लिए नोटिस जारी करने का निर्देश दिया गया। टीम ने ढलाल गांव में टूटी सड़क के लिए वैकल्पिक मार्ग भी देखा। इस क्रम में टूटी सड़क को देखने के बाद पाया गया कि सड़क की बहाली संभव है तथा सड़क एवं पुल विभाग को मरम्मत कार्य शुरू करने का निर्देश दिया गया। नांदोक में एक अधूरी सड़क थी, जिसके कारण सड़क की सतह का पानी बहता था और ग्रामीणों के लिए गंभीर खतरा पैदा हो गया था।
स्थानीय लोगों से बातचीत के बाद, उनके अनुसार इसका समाधान केवल यही है कि यदि सड़क को नांदोक गुम्पा से जोड़ दिया जाए, तो उसी सड़क की सतह के पानी को सुरक्षित झोड़े में मोड़ा जा सकता है। सड़क एवं पुल विभाग को निर्देश दिया गया कि वह उसी मौसम अनुकूल सड़क को नांदोक गुम्पा से जोड़ने की संभावनाओं पर विचार करें और ग्रामीणों के लिए उत्पन्न जोखिम से बचें। रेजय वार्ड में स्टार लाईट अकादमी के पास सड़क की हालत बहुत दयनीय पाई गई और स्कूल के मालिक से प्राप्त शिकायत के अनुसार सड़क की खराब स्थिति के कारण कुंदन पावर प्रोजेक्ट लिमिटेड के भारी लोड वाले वाहनों का चलना है। कहा गया है कि वे सड़कों का रखरखाव नहीं कर रहे हैं, जैसा कि उस क्षेत्र की पंचायत और जनता के साथ पिछली बैठक में चर्चा की गई थी। रेजय की पूर्व पंचायत द्वारा बताया गया कि रेजय वार्ड के अंतर्गत अधिकांश घरों में दरारें आ गई हैं और जमीन भी धंस रही है। मानसून के मौसम में इन क्षेत्रों में भूजल गतिविधियां बढ़ जाती हैं और भूस्खलन की आशंका बढ़ जाती है। स्थायी समाधान के लिए खान, खनिज एवं भूगर्भ विभाग के अधिकारियों द्वारा भूमि स्थिरता निरीक्षण कराने का सुझाव दिया गया।
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