गेजिंग । जिले के देंताम-बर्मेक सड़क पर पेचरेक के निकट पिछली बारिश में ही क्षतिग्रस्त हुई सड़क की भली-भांति मरम्मत नहीं होने से स्थानीय लोगों में खासा असंतोष है। नागरिकों का कहना है कि काफी दिनों से बदहाल सड़क के बारे में संबंधित विभागों को सूचित किए जाने के बावजूद आज तक इसकी सुध नहीं ली गई है। ऐसे में उन्होंने राज्य प्रशासन ने अविलंब इस समस्या के समाधान हेतु आवाज उठाई है।
उल्लेखनीय है कि पिछले मानसून के दौरान देंताम-बर्मेक सड़क पर दीवार गिरने के कारण दो दिनों तक यातायात अवरुद्ध हो गया थ। हालांकि, संबंधित विभाग द्वारा उस समय सड़क तो खोल दी गई थी, लेकिन सड़क की पूरी तरह से सफाई नहीं की गई थी, वहां मलबे आदि पड़े रहने से वाहनों एवं खासकर पैदल चलने वाले लोगों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है।
स्थानीय लोगों की शिकायत है कि आज सिक्किम अपनी शांति और सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन एक जिले को दूसरे जिले से जोड़ने वाली ऐसी प्रमुख सड़क की वर्षों से यह हालत काफी असंतोषप्रद है। उनके अनुसार, पिछली बारिश से पहले कोविड के समय भी सड़क की दीवार गिर गई थी और उस समय भी मलबे की सफाई नहीं की गई थी। इसके अलावा, सड़क के किनारे पर रहने वाले निवासियों द्वारा सालों भर भवन निर्माण सामग्रियों को भी सड़क पर ही रखने के कारण समस्या और बढ़ गई है। इस समस्या के समाधान हेतु स्थानीय लोगों द्वारा संबंधित विभागों के अधिकारियों तक इसे पहुंचाने के बावजूद सड़क मरम्मत एवं सफाई का काम नहीं हुआ है।
नागरिकों ने आगे कहा कि आज ऐसी ही बातों के कारण लोग बिना समझे सरकार, मुख्यमंत्री एवं संबंधित मंत्री को गालियां देते हैं, बदनाम करते हैं, लेकिन यह अज्ञानता है। लेकिन सवाल उठता है कि इतना होने के बाद भी संबंधित विभागों के उच्चाधिकारी कहां हैं? ऐसे में लोगों का आग्रह है कि संबंधित विभाग अपनी जिम्मेदारी समझते हुए इस सड़क कार्य को पूरा करे। उनके अनुसार, विभाग की लापरवाही और उदासीनता के कारण आज सड़कों की हालत खस्ता है और सरकार की भी बदनामी हो रही है।
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