गंगटोक : हस्तशिल्प एवं हथकरघा विभाग के निदेशक छिरिंग तोप्गे भूटिया ने एसएचएचडीसी लिमिटेड के वितरकों के साथ मुलाकात की। इस दौरान एनजीओ, एसएचजी और सरकारी फर्म शामिल थे, जो कि डीएचएच की सहयोगी संस्था एसएचएचडीसी लिमिटेड के सीईओ के रूप में पहली बार जीरो प्वाइंट स्थित उनके कक्ष में हुई।
बैठक में छिरिंग दोरजी भूटिया (अपर निदेशक), डीके राई (संयुक्त निदेशक), श्रीमती कुमारी छेत्री (संयुक्त निदेशक), श्रीमती गीता गुरुंग (उप सचिव), लाक्पा दोरजी भूटिया (बांस व्यापार), सुश्री प्रभा छेत्री (सिक्किम सीज़निंग), सुश्री सेलिना वांगचुक लेप्चा (फ़ाइल फ़ोल्डर वितरक), ताशी दोरजी लेप्चा (बांस और लकड़ी उत्पाद), बीरबल राई (थंका व्यापार), सुश्री टीका देवी शर्मा (अरोमा सिक्किम), रिचर्ड राई (एडविन आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स), नरेंद्र कुमार राई (एजीएम, सिक्किम सुप्रीम), सुश्री प्रेना राई (ढाका हैंडलूम) उपस्थित थे।
बैठक का प्राथमिक लक्ष्य उन वास्तविक लोगों से मिलना था, जो पारंपरिक सिक्किमी हस्तशिल्प बनाते हैं और उन्हें बनाने वाले लोगों की जातीयता की पहचान करना था। प्रत्येक वितरक से आग्रह किया गया कि वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करें, क्योंकि प्यार और देखभाल के साथ तैयार किया गया उनका कौशल सिक्किम राज्य को दर्शाएगा। वितरकों ने शीघ्र भुगतान के लिए अपनी सराहना व्यक्त की तथा कहा कि एसएचएचडीसी लिमिटेड को अपना बाजार बनाने से उनका मनोबल बढ़ा है।
बैठक तिमाही बैठकें आयोजित करने के निर्णय के साथ संपन्न हुई, ताकि बिक्री निष्पादन की समीक्षा की जा सके, सुधार के क्षेत्रों की पहचान की जा सके और लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए रणनीतियों पर चर्चा की जा सके, जिससे अंततः बेहतर उत्पाद, बिक्री और मजबूत साझेदारी हो सके।
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