गंगटोक । उत्तर सिक्किम में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण भारत-चीन सीमावर्ती सड़क की खराब हालत को देखते हुए संबंधित अधिकारियों ने केंद्र सरकार से इस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता बतायी है। सड़क की खराब स्थिति के कारण परिवहन और रसद में दिक्कतें आ रही हैं, जो सैनिकों और रसद की आवाजाही के लिए महत्वपूर्ण है।
अधिकारियों और स्थानीय निवासियों ने सरकार से इस महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की मरम्मत और रखरखाव के लिए त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह किया है। अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले 3 जून को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के विशेषज्ञों की एक टीम ने मंगन जिले में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का व्यापक सर्वेक्षण किया। इसमें सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारी भी शामिल थे। डिप्टी कमांडेंट रजत मल्होत्रा के नेतृत्व में एनडीएमए की टीम ने मांगशिला, नागा, सांगकलांग और फिदांग क्षेत्रों का दौरा किया और भारी वर्षा, खड़ी ढलान, चुनौतीपूर्ण भौगौलिक अवस्थिति और अस्थिर भूसंरचना सहित कई प्रमुख कारकों की पहचान की। टीम के अनुसार, ये उत्तर सिक्किम में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मंगन जिले में भूस्खलन की घटनाओं के पीछे के कारण हैं।
अधिकारियों ने यह भी कहा कि एनडीएमए टीम ने स्थानीय लोगों के विस्थापन और स्थानीय अर्थव्यवस्था और आजीविका पर पड़ने वाले प्रभाव के अलावा सडक़ों, घरों और कृषि भूमि सहित बुनियादी ढांचे को हुए महत्वपूर्ण नुकसान को भी दर्ज किया है। इसी बीच, बताया जा रहा है कि सड़क की खराब स्थिति के बीच स्थानीय लोग अब मार्ग में फंसे प्रत्येक वाहन को बचाने के लिए 500 रुपये वसूल रहे हैं।
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