गंगटोक । छह माइल तादोंग की एक निवासी ने कथित तौर पर आईसीआईसीआई बैंक, कोटक बैंक और फेडरल बैंक में अपने खातों से धोखाधड़ी वाले लेनदेन से जुड़े साइबर अपराध में 21.88 लाख रुपये खो दिए हैं। यह घटना तब सामने आई जब पीड़ित, गंगटोक की एक महिला ने रानीपुल पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
एफआईआर के अनुसार यह घटना 13 जून को शुरू हुआ, जब पीड़ित को एक अज्ञात नंबर (9356056889) से कॉल आया, जिसमें फेडेक्स कूरियर से होने का दावा किया गया। फोन करने वाली महिला ने आरोप लगाया कि उसके नाम से ईरान को एक पार्सल भेजा जा रहा है, जिसमें एक्सपायर हो चुके पासपोर्ट, क्रेडिट कार्ड, कपड़े और एलएसडी ड्रग्स शामिल हैं। उनके द्वारा मामले में संलिप्तता से इनकार करने के बाद कॉल को मुंबई पुलिस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारी बनकर लोगों को स्थानांतरित कर दिया गया, जिन्होंने स्काइप के माध्यम से उनसे संपर्क किया।
स्वयं को प्रदीप सावंत और मुंबई पुलिस विभाग के अन्य लोगों के रूप में पेश करने वाले जालसाजों ने उसे अपने बैंक खाते का विवरण साझा करने और सत्यापन के लिए आरबीआई खाते में धनराशि स्थानांतरित करने के लिए राजी किया। उन्होंने उसका विश्वास जीतने के लिए प्रामाणिक दिखने वाले पहचान-पत्रों और आधिकारिक वेबसाइटों के संदर्भों का इस्तेमाल किया। उन्होंने इसकी अनुपालना की, जिसके परिणामस्वरूप 21,88,000 रुपये की राशि के चार अलग-अलग लेनदेन हुए। बाद में जब पीड़िता को अहसास हुआ कि उसके साथ धोखा हुआ है तो उसने 15 जून 2024 को पुलिस में धोखाधड़ी की सूचना दी। यह मामला आईपीसी की धारा 420 और आईटी एक्ट की धारा 66डी के तहत दर्ज किया गया है।
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