गंगटोक : जिम्मेदार पर्यटन को बढ़ावा देने और नाजुक हिमालयी ईको सिस्टम की रक्षा हेतु सिक्किम सरकार ने सतत विकास निधि (सस्टेनेबल डेवलपमेंट फंड) शुरू की है। इस वर्ष 5 मार्च को अधिसूचित नए नियम के तहत, सिक्किम आने वाले सभी पर्यटकों को 50 रुपये का प्रवेश शुल्क देना होगा जो पर्यटन बुनियादी ढांचे के विकास और पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। हालांकि, अभी तक फंड के लिए प्रतिक्रिया मामूली रही है।
अनुगामिनी से विशेष बातचीत में राज्य के पर्यटन व नागरिक उड्डयन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सीएस राव ने बताया कि नियमों के अधिसूचित होने के तुरंत बाद कार्यान्वयन प्रक्रिया शुरू हो गई थी, लेकिन संग्रह की गति अभी तक अपेक्षित स्तर तक नहीं पहुंची है। राव ने कहा, लगभग 28-30 होटलों ने इस फंड के लिए शुल्क एकत्र करना शुरू कर दिया है और अभी तक 40 हजार रुपये से थोड़ी अधिक राशि जमा हुई है। लेकिन यह सिर्फ शुरुआत है। उन्होंने कार्यान्वयन प्रक्रिया में शुरुआती मुद्दों को धीमी शुरुआत के लिए जिम्मेदार ठहराया।
हाल ही में सिक्किम होटल और रेस्तरां एसोसिएशन के सदस्यों के साथ हुई एक बैठक में इस शुल्क संग्रह प्रक्रिया के बारे में चिंता व्यक्त की गई थी। राव ने कहा, उन्होंने सुझाव दिया है कि हम इसे सरल बनाएं। हम जल्द ही उनके साथ एक और विस्तृत बैठक की योजना बना रहे हैं। उसके बाद, हम अगले सप्ताह से पूर्ण कार्यान्वयन में आगे बढ़ेंगे। राव ने विश्वास व्यक्त किया कि एक बार हितधारकों के साथ समन्वय में सिस्टम को सुव्यवस्थित कर दिया जाए, तो संग्रह में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
उल्लेखनीय है कि यह निधि पर्यटन क्षेत्र में स्थायी प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे व्यापक प्रयास का हिस्सा है। हर साल पर्यटकों की बढ़ती संख्या के साथ सिक्किम के अधिकारी राज्य की समृद्ध जैव विविधता और संवेदनशील ईको सिस्टम के संरक्षण के साथ विकास को संतुलित करने के तरीकों की खोज कर रहे हैं।
#anugamini #sikkim
No Comments: