गंगटोक : विश्व शौचालय दिवस अभियान के समापन अवसर पर गंगटोक जिलाध्यक्ष बलराम अधिकारी ने आज स्थानीय जिला प्रशासनिक केंद्र सभागार में एक सम्मान समारोह की अध्यक्षता की। कार्यक्रम में गंगटोक जिला कलेक्टर तुषार निखारे, एडीसी सिसुम वांगचुक भूटिया, एडीसी (विकास) मिलन राई, एसडीएम महेंद्र छेत्री, जिला पंचायत के डीपीओ सोनम ग्याछो भूटिया, उप निदेशक, पंचायत निरीक्षक (पीआरआई), विभिन्न ब्लॉकों के बीडीओ, ब्लॉक समन्वयक, पंचायत सदस्य और विभिन्न जीपीयू के कर्मचारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष अधिकारी ने सामुदायिक स्वच्छता परिसर और व्यक्तिगत घरेलू शौचालय वर्ग के विजेताओं को बधाई दी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि स्वच्छता हमारे दैनिक जीवन का अभिन्न अंग होना चाहिए और उन समर्पित अधिकारियों की सराहना की जिनके प्रयासों से यह अभियान सफल हुआ है। उन्होंने स्वच्छता के इन प्रयासों को बनाए रखने में सामुदायिक भागीदारी के महत्व पर जोर दिया और सभी से स्वच्छता को प्राथमिकता देने और यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
इसके अलावा, जिलाध्यक्ष ने निर्वाचित प्रतिनिधियों से अपने-अपने क्षेत्रों की सुंदरता और स्वच्छता बढ़ाने में सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि स्वच्छ वातावरण न केवल स्थानीय निवासियों को लाभान्वित करता है, बल्कि पर्यटकों को भी आकर्षित करता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि एक साथ काम करके हम पानी और स्वच्छता तक सार्वभौमिक पहुंच के दृष्टिकोण को वास्तविकता में बदल सकते हैं, सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा कर सकते हैं और अधिक न्यायसंगत समाज के लिए आधार तैयार कर सकते हैं।
वहीं, डीसी तुषार निखारे ने अपने वक्तव्य में स्वच्छ और सुंदर राज्य बनाए रखने के लिए नागरिकों की सामूहिक जिम्मेदारी पर जोर दिया। उन्होंने स्वच्छता को एक सामाजिक कर्तव्य बताते हुए आम लोगों से अपने स्तर पर पहल करने का आग्रह किया। साथ ही, उन्होंने जीएमसी टीम की कड़ी मेहनत के लिए उनकी प्रतिबद्धता की प्रशंसा की और सभी अधिकारियों से केवल पर्यटक क्षेत्रों में सीएससी की देखरेख ही नहीं, बल्कि अपने स्थानीय वातावरण का सक्रिय रूप से प्रबंधन करने का भी आग्रह किया।
इसके अतिरिक्त, मिलन राई ने 19 नवंबर से 10 दिसंबर तक चलने वाले विश्व शौचालय दिवस अभियान में सक्रिय भागीदारी हेतु गंगटोक जिले के ब्लॉक और ग्राम पंचायतों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने एसबीएम (जी) के तहत आईएचएचएल और सीएससी की कार्यक्षमता सुनिश्चित करने में लोगों के योगदान को स्वीकार किया, जो खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ), प्लस स्थिति बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
कार्यक्रम के दौरान, जिले के सर्वश्रेष्ठ सीएससी और आईएचएचएल को गणमान्य व्यक्तियों द्वारा स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। इसके तहत, सीएससी श्रेणी में रादोंग सीएससी, मार्तम बीएसी एवं तुम्बलाबंग को पहला; चांगचुप शामिलिंग गुम्पा नामग्याथांग, खामदोंग बीएसी, सिरवानी एवं नामग्याथांग वार्ड को दूसरा और शालमथांग सीएससी, मरियम बीएसी, बेंग फेगयोंग तथा शालमथांग वार्ड को तीसरा स्थान मिला।
वहीं, आईएचएचएल श्रेणी में रांका बीएसी की श्रीमती योंगज़ुम भूटिया को पहला, राकदोंग तिनटेक बीएसी के पेम्पा छिरिंग लेप्चा को दूसरा, रांका बीएसी के दावा छिरिंग लेप्चा को तीसरा और मार्तम बीएसी के सोनम किपा लेप्चा एवं राकदोंग तिनंटेक बीएसी की श्रीमती देवी माया राई को चौथा स्थान प्राप्त हुआ।
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