शिलांग । सिक्किम के मुख्यमंत्री Prem Singh Tamang (Golay) ने अपने शिलांग दौरे के दौरान आज यहां आयोजित पूर्वोत्तर स्पेस एप्लीकेशन सेंटर (एनईएसएसी) की 11वीं सोसायटी बैठक में शिरकत की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों, केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी, इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ के अलावा पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्य सचिव एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री तमांग ने सिक्किम में विकासात्मक पहलों के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने में सहयोगात्मक प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए एनईएसएसी को एक महत्वपूर्ण सहयोगी बताया। उन्होंने एनईएसएसी और सिक्किम स्टेट रिमोट सेंसिंग एवं एप्लिकेशन सेंटर के बीच संयुक्त परियोजनाओं पर प्रकाश डाला, जिसमें मानसिक स्वास्थ्य देखभाल ऐप ‘स्वस्थ मन’ का विकास, विकेंद्रीकृत योजना, वन क्षेत्र गतिशीलता की निगरानी और मानव-वन्यजीव संघर्ष के समाधान हेतु पहल शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि इन प्रयासों का उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य देखभाल की पहुंच बढ़ाना, कृषि पद्धतियों का आधुनिकीकरण और स्थानिक डेटा को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करना है। उन्होंने राज्य में जारी सिक्किम वाटर रिसोर्सेस एटलस परियोजना को सतत जल प्रबंधन में महत्वपूर्ण योगदान बताते हुए विभिन्न अनुसंधान और विकास कार्यक्रमों में एनईएसएसी की भागीदारी की सराहना की। साथ ही उन्होंने एनईएसएसी से राज्य में पिछले दिनों आई बाढ़ के संबंध में तीस्ता नदी के प्रवाह में बदलाव को समझने हेतु गहन अध्ययन का आह्वान किया।
इसके अलावा, सिक्किम पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने एक जलवायु स्मार्ट ग्राम विकास योजना के विकास का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि एनईएसएसी की सहायता से योजना का उद्देश्य जीआईएस आधारित योजना और संसाधन मानचित्रण का उपयोग करके गांवों को जलवायु परिवर्तन का सामना और अनुकूलन करने हेतु सशक्त बनाना है। साथ ही उन्होंने जैविक खेती के क्षेत्र में, उच्च मूल्य एवं कम मात्रा वाली फसलों के प्रति सिञ्चिकम की प्रतिबद्धता का उल्लेख किया गया। इसके साथ ही उन्होंने प्रौद्योगिकी और शासन के बीच तालमेल के तौर पर सिक्किम और एनईएसएसी के बीच साझेदारी पर जोर दिया।
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