गंगटोक, 13 नवम्बर । लेप्चा सांस्कृतिक संरक्षण और सामुदायिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के तौर पर सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने आज स्थानीय सम्मान भवन में नेपाल की आध्यात्मिक यात्रा पर जाने वाले लेप्चा बोंगथिंग्स के साथ मुलाकात की।
इस दौरान, मुख्यमंत्री ने लेप्चा जनजाति के उत्थान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए प्रथम दल के सदस्यों को वित्तीय सहायता देने का आश्वासन दिया। साथ ही उन्होंने इस तीर्थ यात्रा को एक वार्षिक कार्यक्रम घोषित करते हुए विभिन्न समुदायों के सशक्तिकरण हेतु राज्य सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने लुम्से में लेप्चा भवन के निर्माण की योजना भी बताई।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने सूचित किया कि राज्य सरकार ने आधिकारिक मान्यता हासिल करने हेतु संविधान की आठवीं अनुसूची में लेप्चा, लिंबू और भूटिया भाषाओं को शामिल करने की वकालत करने के लिए औपचारिक रूप से केंद्र सरकार से संपर्क किया है। उनके अनुसार, इसमें भाषा विशेषज्ञ सक्रिय रूप से लगे हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष की शुरुआत में ही राज्य में तेंदोंग ल्हो रुम फाट समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा लेप्चा बोंगथिंग्स को नेपाल की तीर्थ यात्रा पर भेजने की घोषणा की थी। इस दल में सभी छह जिलों से 17 बोंगथिंग्स शामिल हैं, जिनमें चार सहायक, पांच गाइड और विभिन्न कॉलेजों के बारह छात्र शामिल हैं। उनकी तीर्थयात्रा में पोखरा, काठमांडू और हलेसी के पवित्र स्थल शामिल होंगे।
वहीं, आज के कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने सिक्किम लेप्चा एसोसिएशन के रेनजॉन्ग मुतांची रोंग टार्ज़ुम के प्रति मुख्यमंत्री राहत कोष में 2 लाख रुपये दान करने के लिए आभार व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने शिक्षा विभाग के अतिरिक्त लेखा निदेशक टीबी सुब्बा को भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने पिछले 6 वर्षों में उन्होंने अपने वेतन की 2 प्रतिशत राशि मुख्यमंत्री राहत कोष को दान की है।
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