गंगटोक, 18 अक्टूबर । सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने राज्य में आई हालिया आपदा पर चर्चा के लिए आज स्थानीय मिंतोकगांग में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में भूमि राजस्व व आपदा प्रबंधन मंत्री कुंगा नीमा लेप्चा, राज्य के मुख्य सचिव वीबी पाठक, राहत आयुक्त सह एलआरडीडी सचिव अनिल राज राई, सचिव सह एसएसडीएमए निदेशक प्रभाकर राई और अतिरिक्त लेखा निदेशक पीपी शर्मा विशेष रूप से मौजूद थे।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने विस्थापित परिवारों की सहायता के उद्देश्य से एक व्यापक पुनर्वास कार्यक्रम लागू करने के महत्व पर प्रकाश डालते हुए एनडीएमए से प्रभावित परिवारों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए उनके लिए वैकल्पिक भूमि की पहचान करने हेतु कार्यक्रम शुरू करने का अनुरोध किया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने एनडीएमए से नदी किनारे के स्थानों पर जमा हुई रेत और गाद हटाने पर विचार करने का भी आग्रह किया।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने पूरे राज्य में हर मौसम के लिए निगरानी स्टेशनों की स्थापना पर जोर देते हुए एनडीएमए के सहयोग से सभी झीलों की निगरानी हेतु एक उच्च स्तरीय समिति गठित करने के कैबिनेट के फैसले की भी जानकारी दी। साथ ही उन्होंने आपदा प्रभावित राज्य में तत्काल बहाली के प्रयासों से संबंधित लचीले नियमों की आवश्यकता पर भी जोर दिया। वहीं, उन्होंने पुनर्निर्माण प्रयासों में समर्थन का आग्रह करते हुए इसमें लगे एनडीएमए अधिकारियों का आभार व्यक्त किया।
बैठक में एनडीएमए का प्रतिनिधित्व सदस्य व एचओडी कमल किशोर, लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हुसैन, सदस्य कर्नल कीर्ति प्रताप सिंह, सलाहकार कर्नल नदीम अरशद ने किया। वहीं, भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व लेफ्टिनेंट जनरल वीपीएस कौशिक और मेजर जनरल अमित कबथियाल सहित अन्य अधिकारियों ने किया।
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