गंगटोक । मानसून के दौरान जलजनित बीमारियों के संभावित प्रकोप की रोकथाम हेतु विचार-विमर्श के लिए मुख्यमंत्री Prem Singh Tamang (Golay) ने आज अपने पर आधिकारिक आवास पर स्वास्थ्य व ग्रामीण विकास और पीएचई विभागों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की। इसमें बारिश के मौसम में पनपने वाले विभिन्न रोगों की रोकथाम हेतु रणनीतियों पर चर्चा की गई।
इस दौरान, मुख्यमंत्री ने जीवाणुजनित संक्रमण, जलजनित बीमारियों और संबंधित स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में जनता को शिक्षित करने और सुरक्षित स्वच्छता प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए सूचना शिक्षा संचार कार्यक्रमों के माध्यम से जागरूकता अभियानों के महत्व पर बल दिया। ये अभियान शिक्षा विभाग की भागीदारी के साथ ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में चलाए जाएंगे। इसके साथ ही बैठक में पीएचई और आरडीडी विभागों को सभी जल स्रोतों का नियमित उपचार सुनिश्चित करने, कड़ी निगरानी और जलजनित बीमारियों की रिपोर्ट पर तेजी से प्रतिक्रिया करने के निर्देश दिए गए। जलाधारों में कूड़ा-कचरा रोकने के लिए प्रभावी अपशिष्ट प्रबंधन प्रथाओं को लागू करने पर भी जोर दिया गया।
इसके अलावा, यहां पंचायत कार्यालयों, शहरी स्थानीय निकायों, जिला मजिस्ट्रेटों और बीडीओ के साथ समन्वय सहित सभी विभागों के बीच सहयोगात्मक दृष्टिकोण के महत्व पर प्रकाश डाला गया।
बैठक में स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री जीटी ढुंगेल, मुख्य सचिव, प्रमुख आरडीडी सचिव, प्रमुख स्वास्थ्य व परिवार कल्याण सचिव, पीएचई सचिव, सीएमओ सचिव, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रबंध निदेशक, वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी और जीएमसी के नगर आयुक्त शामिल हुए।
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