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पर्यटन क्षेत्र की चुनौतियों को सामूहिक प्रयास से किया जा सकता है दूर : मंत्री पंथ

नामची, 04 सितम्बर । पर्यटन व नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा चेमचे स्थित इंडियन हिमालयन सेंटर फॉर एडवेंचर एंड इकोटूरिज्म सेंटर में 19 अगस्त से आयोजित पर्यटक गाइड प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज समारोहपूर्वक समापन हुआ। समापन कार्यक्रम में राज्य के पर्यटन व नागरिक उड्डयन मंत्री B.S. Panth मुख्य अतिथि और शहरी विकास विभाग के अध्यक्ष केबी राई एवं सिक्किम पर्यटन विकास निगम अध्यक्ष लुकेन्द्र रसाइली सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उनके अलावा, पर्यटन व नागरिक उड्डयन विभाग के प्रधान मुख्य अभियंता नीरज प्रधान, अतिरिक्त सचिव डॉ. प्रेरणा चामलिंग और जिला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. छिरिंग नामग्याल ग्याछो ने भी इसमें विशेष तौर पर शिरकत की।

इसकी शुरुआत में आईएचसीएई के संयुक्त निदेशक सह प्रिंसिपल और एवरेस्ट पर्वतारोही काजी शेरपा ने प्रशिक्षुओं के पाठ्यक्रम के बारे में बताते हुए इसके महत्व पर जोर दिया। वहीं, उन्होंने एडवेंचर टूरिज्म में आने वाले मुद्दों और चुनौतियों को संबोधित करते हुए इनके संभावित समाधानों और अवसरों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि 19 अगस्त से 3 सितंबर तक तीन बैचों में आयोजित हुए इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल 359 प्रशिक्षु गाइडों को प्रशिक्षित किया गया है, जिसने सिक्किम में एडवेंचर टूरिज्म परिदृश्य के विकास हेतु प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है।

वहीं, इस दौरान मुख्य अतिथि मंत्री पंथ ने अपने संबोधन में एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने और पर्यटन क्षेत्र के व्यावसायिकता को बढ़ावा देने हेतु विभाग के इस प्रशिक्षण पहल की सराहना की। वहीं, उन्होंने राज्य में एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने की दिशा में हितधारकों के योगदान पर भी जोर दिया। इसके अलावा, सिक्किम में पर्यटन क्षेत्र के तेज विकास पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने उद्योग में व्याप्त मौजूदा बाधाओं और चुनौतियों को सामूहिक प्रयास और दृढ़ संकल्प से दूर किये जाने की उम्मीद जतायी। पर भी प्रकाश डाला।

इसके अलावा, मंत्री ने विदेशी यात्राओं को सुविधाजनक बनाने हेतु राज्य सरकार द्वारा टूरिज्म ट्रैवल मेला पहल का उल्लेख करते हुए कहा कि ये पहल अपनी सीमाओं से परे पर्यटन का विस्तार करने और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता दर्शाती है। ऐसे में उन्होंने सभी हितधारकों और प्रतिभागियों से सिक्किम में पर्यटन के विकास में सक्रिय योगदान देने की अपील की। साथ ही उन्होंने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजकों, प्रशिक्षकों, रिसोर्स पर्सनों, प्रशिक्षुओं और इसमें शामिल सभी लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि सिक्किम में पर्यटन भविष्य सुधारने की दिशा में विभिन्न मुद्दों पर एक व्यापक रिपोर्ट मुख्यमंत्री को प्रस्तुत की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि उक्त प्रशिक्षण शिविरों के दौरान कैम्पिंग एवं फील्ड प्रशिक्षण, गाइड की जिम्मेदारियां एवं कर्तव्य, खोज व बचाव तकनीक, चिकित्सा प्रक्रियाएं, राज्य में एडवेंचर टूरिज्म केंद्रों के बारे में जानकारी आदि समेत एक व्यापक पाठ्यक्रम शामिल किया गया था। समूचे प्रशिक्षण शिविर में मौजूद रहे पेशेवर प्रशिक्षकों में आनंद गुरुंग, शांति राई, अमोस गुरुंग, अशल राई, मनोज छेत्री, वांग्दी लामा, मोहन दर्नाल आदि शामिल रहे। वहीं, कार्यक्रम में शामिल सभी प्रशिक्षु गाइडों को प्रमाण-पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। इसके अलावा, प्रशिक्षुओं ने गाइडों के बीच एकजुटता को बढ़ावा देने हेतु एक थीम सांग भी प्रस्तुत किया। साथ ही, छेवांग रिनचेन बम्पो, नोसांग लिंबू और पीटर लोबो द्वारा लिखित ‘बर्ड्स ऑफ सिक्किम-सिक्किम के 100 पक्षियों के लिए एक सचित्र मार्गदर्शिका’ का भी विमोचन हुआ।

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