गंगटोक । 3-4 अक्टूबर 2023 की मध्यरात्रि के दौरान ल्होनक झील पर बादल फटने के बाद, उत्तरी सिक्किम में बड़े पैमाने पर विनाश हुआ। बाढ़ के कारण उत्तरी सिक्किम में कई पुल और 20-25 किलोमीटर सड़क नेटवर्क बह गया, जिससे मंगन और उत्तरी सिक्किम के बीच संपर्क टूट गया।
बीआरओ की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, इसके बाद पहले ही दिन से बीआरओ वहां जनशक्ति और मशीनरी जुटाकर बहाली के प्रयासों में जुट गया था। शुरुआती दिनों के दौरान, बीआरओ ने तीस्ता नदी पर दो बेली पुलों का निर्माण करके जोंगू क्षेत्र से कनेक्टिविटी सफलतापूर्वक बहाल की। इसी प्रकार, सेना के समन्वय से बेली ब्रिज का निर्माण करके चुंगथांग और आगे उत्तर की ओर से लाचेन तक कनेक्टिविटी बहाल की गई।
बुनियादी कनेक्टिविटी की बहाली के बाद, बीआरओ ने चुंगथांग और जीमा के बीच संपर्क बहाल करने का विशाल और चुनौतीपूर्ण कार्य करके अपने बहाली प्रयासों को आगे बढ़ाया, जहां सड़क नेटवर्क को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ था। इस कार्य में कठोर चट्टान वाले हिस्से में औसतन 10-12 मीटर की ऊंचाई पर 3 किलोमीटर से अधिक की कटाई शामिल थी। चुनौतीपूर्ण कार्य से निडर होकर बीआरओ ने कार्य को अंजाम देने के लिए भारी मशीनरी और ब्लास्टिंग उपकरण का उपयोग किया।
यहां तक कि छुट्टियों के दिन भी डबल शिफ्ट में ओवरटाइम काम करके, बीआरओ ने लाचेन और मुंसिथांग के बीच हल्के वाहनों के लिए कनेक्टिविटी सफलतापूर्वक बहाल की। बीआरओ ने चुंगथांग और मुंसिथांग के बीच कनेक्टिविटी बहाल करने के लिए फॉर्मेशन कटिंग के लिए अतिरिक्त भारी मशीनरी तैनात की है। काम तेजी से चल रहा है। सीमा सड़क संगठन के बहादुर कार्यकर्ताओं की नि:स्वार्थ प्रतिबद्धता ने सभी क्षेत्रों में प्रशंसा अर्जित की है और उत्तरी सिक्किम के लिए कनेक्टिविटी की शीघ्र बहाली के प्रति सेना सहित सभी के बीच उम्मीदें जगाई है। ऐसी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में बीआरओ के वीरतापूर्ण प्रयास अन्य एजेंसी के लिए अनुकरणीय हैं।
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