गंगटोक । रिनचेनपोंग की मूल निवासी बिंद्या सुब्बा राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाली सिक्किम की पहली योग निर्णायक बन गई हैं। सिक्किम के एक छोटे से शहर से राष्ट्रीय मंच तक का बिंद्या सुब्बा का यह सफर उनके एक समर्पित योग चिकित्सक और प्रशिक्षक होने की उल्लेखनीय मिसाल है। अपने समृद्ध अनुभव और योगाभ्यास के प्रति जुनून के साथ सुब्बा ने न केवल सिक्किम में योग के भविष्य को आकार दिया है, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 500 घंटे से अधिक के शिक्षक प्रशिक्षण प्रमाणपत्रों के साथ एक प्रमाणित योग पेशेवर सुब्बा सिक्किम में युवा योगियों को योग सीखाने एवं इस प्राचीन विद्या को फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उनकी विशेषज्ञता ने उनके छात्रों को राष्ट्रीय योग ओलंपियाड में कई स्वर्ण पदक दिलाए हैं। प्रशिक्षण से परे सुब्बा ने राज्य भर के स्कूलों में योग शिक्षा को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ऐसे में, उनकी उपलब्धियां सिक्किम से बाहर पूरे देश में फैली हुई हैं।
सुब्बा ने जिला और राज्य दोनों स्तरों पर योग निर्णायक एवं प्रशिक्षक के रूप में काम किया है। हाल ही में उन्होंने राष्ट्रीय योगासन निर्णायक प्रशिक्षण कार्यक्रम में “टाइम जज” और “एवेल्यूशन जज” दोनों श्रेणियों में शीर्ष स्थान प्राप्त करने की उपलब्धि भी हासिल की है। वह छत्तीसगढ़ में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की योग प्रतियोगिता में भाग लेने वाली सिक्किम की पहली योग जज बन गई हैं। ऐसे में, यह उपलब्धि न केवल उनकी विशेषज्ञता उजागर करती है बल्कि सिक्किम की भावी योग चिकित्सक पीढय़िों के लिए राष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बनाने का मार्ग भी प्रशस्त करती है।
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