एमएसएमई से संबंधित योजनाओं पर जागरुकता कार्यक्रम आयोजित

नवीन विचारों का अपनाएं युवा : पेम पोकी भूटिया

सोरेंग : वाणिज्य एवं उद्योग विभाग, सिक्किम सरकार द्वारा रेजिंग एंड एक्सीलरेटिंग एमएसएमई परफॉर्मेंस कार्यक्रम के अंतर्गत आज एमएसएमई से जुड़ी केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं पर एक दिवसीय जिला स्तरीय जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन मंगलबारे स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में किया गया।

इस कार्यक्रम का आयोजन सिक्किम एंटरप्रेन्योरशिप एंड इकोनॉमिक डेवलपमेंट सेल के सहयोग से किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और मुख्य अतिथि तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों को खादा अर्पित कर की गई। मुख्य अतिथि श्रीमती पेम पोकी भूटिया (सलाहकार, मुद्रण एवं स्टेशनरी विभाग, सिक्किम सरकार) ने सभी उपस्थित गणमान्यों और प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए अपने संबोधन में कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार की अनेक योजनाएं युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से संचालित की जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग का सपना है सुनौलो, समृद्धि और समर्थ सिक्किम और इस दिशा में प्रत्येक नागरिक को योगदान देना चाहिए। उन्होंने छात्रों और युवाओं से आह्वान किया कि वे नवीन विचारों को अपनाएं, नए उद्यम शुरू करने का साहस करें और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से भी आग्रह किया कि वे इस जानकारी को ग्राम पंचायत स्तर तक पहुंचाएं ताकि अधिक से अधिक लोग इन योजनाओं का लाभ उठा सकें।

मुख्यमंत्री के एपीएस एरास लक्‍सम ने अपने वक्तव्य में राज्य में उद्यमिता संस्कृति को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमें नौकरी खोजने की मानसिकता से आगे बढ़कर रोजगार सृजक बनना होगा। सिक्किम की आर्थिक प्रगति तभी संभव है जब हर युवा अपने भीतर छिपे उद्यमी को पहचान ले। उन्होंने आत्मनिर्भरता, पेशेवर दृष्टिकोण, सकारात्मक सोच और कठोर परिश्रम को सफलता की मूलभूत शर्त बताया।

जिला उद्योग केंद्र सोरेंग की महाप्रबंधक श्रीमती अनुला गुरुंग ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस जागरुकता अभियान का लक्ष्य सरकारी योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंचाना, उद्यमियों को प्रशिक्षण, मार्गदर्शन और सहयोग उपलब्ध कराना, जागरुकता की कमी को दूर कर सही सूचना प्रदान करना आदि है। उन्होंने डीआईसी को उद्यमियों की नाड़ी बताते हुए कहा कि यह केंद्र पंजीकरण से लेकर व्यवसाय के विकास तक हर चरण में सहयोग प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि 27 क्षेत्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम निर्माण और सेवा क्षेत्र में चलाए जा रहे हैं। श्रीमती गुरुंग ने अपने संबोधन का समापन करते हुए डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की बातों को सुनाते हुए कहा कि सपना वह नहीं जो आप नींद में देखते हैं, सपना वह है जो आपको सोने नहीं देता।

वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के ओएसडी एवं सीड सेल के महासचिव दिपेन सुब्बा ने अपने वक्तव्य में कहा कि ऐसे जागरूकता कार्यक्रम उद्यमियों को सही जानकारी और प्रोत्साहन देने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के नेतृत्व में सीड सेल वन फैमिली, वन एंटरप्रेन्योर के मिशन पर कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में नवाचार, आत्मनिर्भरता और सतत आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न सरकारी योजनाये जैसे प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, उन्नति, ओएनडीसी, उद्यम पंजीकरण और एफएसएसएआई महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने यह भी घोषणा की कि शीघ्र ही स्कूलों (कक्षा 8 से 12) और कॉलेजों में उद्यमिता क्लब की स्थापना की जाएगी, जिससे विद्यार्थियों में रचनात्मकता और व्यवसायिक सोच को प्रोत्साहन मिलेगा।

कार्यक्रम में निरीक्षक (डीआईसी) दावा ग्याल्पो तमांग, सत्या राई, प्रेम छेत्री और निरीक्षक (आईटी) सुश्री प्रियंका गुरुंग ने संसाधन व्यक्ति के रूप में विभिन्न योजनाओं पर विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। सत्र के अंत में ओपन हाउस चर्चा और प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित किया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने अपने विचार रखे और शंकाओं का समाधान प्राप्त किया। इस अवसर पर पंचायत सदस्यों के साथ-साथ सीएलसी अध्यक्ष जीत हांग सुब्बा, कृषि विभाग के उपनिदेशक एबी राई, विद्यालय के प्रधानाचार्य गणेश थापा, एलडीएम (गेजिंग जिला) नितेश कुमार, विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी, स्वयं सहायता समूह सदस्य, बैंकर, उद्यमी और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

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