गंगटोक । बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत राज्य महिला व बाल विकास विभाग द्वारा मनाये जा रहे अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस (2-11 अक्टूबर) के उपलक्ष्य में आज स्थानीय देवराली जिला मुख्यालय में “भविष्य के लिए बालिकाओं की दृष्टि” विषयक जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में तादोंग के वार्ड पार्षद मिलन गौतम मुख्य रुप से उपस्थित थे। इसमें 16 और 28 नंबर तादोंग वार्ड की किशोरियों और उनकी माताओं को लाया गया।
इस अवसर पर पार्षद मिलन गौतम ने समाज में अक्सर लड़कियों को पालन-पोषण करने वाली शख्सियत के रूप में देखे जाने का जिक्र करते हुए कहा कि लड़के और लड़कियों के बीच विशेषाधिकार में असमानता आज भी बनी हुई है। उन्होंने कहा कि हिंदू पौराणिक कथाओं में महिला देवताओं की प्रमुखता समाज और देश दोनों में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिकाओं को रेखांकित करती है। वहीं, उन्होंने महिला सशक्तिकरण एवं परिवारों को सहायता देने हेतु बनाई गई विभिन्न सरकारी कल्याणकारी योजनाओं और लाभों के बारे में भी बताया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मुख्यमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप इस तरह के आयोजन समुदाय के लिए बेहद फायदेमंद है।
इससे पहले, लिंग विशेषज्ञ निशा हंगमा सुब्बा ने प्रेरक स्वागत भाषण दिया। वहीं, गंगटोक जिले की समाज कल्याण अधिकारी मणिकला गुरुंग ने लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने और घटते महिला लिंग अनुपात के बारे में जागरूकता बढ़ाने में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पहल के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बालिका के जन्म को आशीर्वाद के रूप में मनाया जाना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि लडक़ी होने से किसी की क्षमता या अवसर सीमित नहीं होने चाहिए। उन्होंने माता-पिता को अपनी बेटियों के अधिकारों को उपकार के बजाय सर्वोपरि मानने के लिए प्रोत्साहित किया।
इसके अतिरिक्त, गुरुंग ने नशा मुक्त भारत अभियान के बारे में भी बताया जिसका उद्देश्य समाज में किशोरों और युवाओं पर मादक द्रव्यों के सेवन और इसके प्रभावों के बारे में जागरुकता बढ़ाना है।
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