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‘सिक्योर हिमालयन प्रोजेक्ट’ पर जागरुकता कार्यक्रम आयोजित

मंगन । केंद्रीय मसाला बोर्ड के मंगन मंडल कार्यालय द्वारा ‘सिक्योर हिमालयन प्रोजेक्ट’ पर मसाला सह जागरुकता कार्यक्रम को लेकर आज पेंटोक जिला भवन में क्षेत्रीय सेमिनार आयोजित किया गया। साथ ही इसमें वीर आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति को समर्पित तीसरे ‘जनजातीय गौरव दिवस’ का भी पालन किया गया।

इस अवसर पर जोंगू विधायक पिंछो नामग्याल लेप्चा मुख्य अतिथि एवं जिलाध्यक्ष कादो लेप्चा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उनके अलावा, गंगटोक मसाला बोर्ड उप निदेशक फुर्बा छिरिंग लेप्चा, भारतीय इलायची अनुसंधान संस्थान की वैज्ञानिक डॉ. टीएन डेका, मंगन मसाला बोर्ड के सहायक निदेशक डॉ. पुविचोनू रुशो, जोरथांग मसाला बोर्ड के सहायक निदेशक एसएस बीजू, ‘सिक्योर हिमालय प्रोजेक्ट’ की कम्युनिटी मोबिलाइजर छिरिंग इके लेप्चा के अलावा कई अन्य विभागीय पदाधिकारी, बड़ी इलायची उत्पादकों एवं गणमान्य लोगों ने भी इसमें शिरकत की।

मंगन डीआईओ की ओर से प्राप्त जानकारी के अनुसार, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक पिंछो नामग्याल ने जिले के किसानों और एसएचजी समूहों की सफलता पर बधाई देते हुए उनके मार्गदर्शन हेतु मंगन मसाला बोर्ड को धन्यवाद दिया। अपने वञ्चतव्य में उन्होंने मसालों की कटाई की नई तकनीकों और प्रक्रिया के महत्व पर प्रकाश डालते हुए राज्य सरकार द्वारा किसानों के लिए शुरू की गई प्रोत्साहन योजनाओं और उसका लाभ लेने के बारे में बताया। साथ ही, उन्होंने पंचायतों को संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर नए किसानों को मौका देने के लिए ग्रामीण स्तर पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने की सलाह भी दी।

सेमिनार में जिलाध्यक्ष ने विभिन्न पहलों के माध्यम से जिले में गुणवत्तापूर्ण इलायची उत्पादन में वृद्धि के लिए मंगन मसाला बोर्ड के प्रयासों की सराहना की और राज्य सरकार द्वारा किसानों को दिए जाने वाले प्रोत्साहन पर बात की। वहीं, उन्होंने मसाला बोर्ड से जिले के किसानों को उनकी कृषि भूमि के आधार पर उत्पादित होने वाली फसलों के बारे में मार्गदर्शन करने को कहा।

इससे पहले, अपने स्वागत भाषण में मसाला बोर्ड के मंगन मंडल कार्यालय के सहायक निदेशक डॉ पुविचोनु रुशो ने जिले में मसाला बोर्ड द्वारा कार्यान्वित गतिविधियों और योजनाओं पर प्रकाश डाला। साथ ही उन्होंने ‘जनजातीय गौरव दिवस-2023’ के महत्व पर भी बात की। सेमिनार दो तकनीकी सत्रों में आयोजित किया गया, जहां पहले सत्र में वैज्ञानिक डॉ. टीएन डेका और जोरथांग मसाला बोर्ड के सहायक निदेशक एसएस बीजू द्वारा बड़ी इलायची की कटाई के बाद प्रबंधन प्रथाओं और मसाला बोर्ड की विपणन योजनाओं पर प्रस्तुतियां दी गईं। दूसरे सत्र में एसएचजी और सहकारी समितियों द्वारा बड़ी इलायची फाइबर शिल्प और बड़ी इलायची के बाजारों में चुनौतियों पर अनुभव साझा किए गए।

#anugamini #sikkim

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