सोरेंग । सोरेंग जिला कलेक्टर सह जिला निर्वाचन अधिकारी धीरज सुबेदी की अध्यक्षता में आज स्थानीय एनआईसी में सचित्र मतदाता सूची के विशेष सारांश पुनरीक्षण के संबंध में राजनीतिक दलों के लिए एक जागरुकता कार्यक्रम आयोजित हुआ। बैठक में एडीसी डीआर बिष्ट, मंगलबारे एसडीएम संतोष आले, चुनाव सेल के एडी मणि कुमार गुरुंग, ओएस अंबिका राई के साथ चुनाव सेल के अधिकारी और विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
इसमें सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए एडीसी ने विशेष सारांश पुनरीक्षण प्रक्रिया के उद्देश्य और इसके महत्व को समझाया और इसके चरणों की जानकारी दी। डीसी ने बताया कि विशेष सारांश पुनरीक्षण प्रक्रिया दो चरणों में की जा रही है। उन्होंने इस पर 2024 से 2025 तक के एसएसआर कार्यक्रम का विवरण दिया। उन्होंने बताया कि एसएसआर के लिए प्रमुख ञ्चवालिफाइंग तिथियां 1 जनवरी, 1 अप्रैल, 1 जुलाई और 1 अक्टूबर हैं। इसके अतिरिक्त, उन्होंने मतदाताओं के लिए विभिन्न प्रपत्रों का उल्लेख करते हुए विस्तार से चर्चा की। वहीं, नाम समाप्त करने की प्रक्रिया के संबंध में उन्होंने इसके लिए विभिन्न स्तरों पर कई सत्यापन किए जाने की आवश्यकता बताई। उन्होंने सुपर-चेकिंग प्रक्रिया पर भी बात की और सत्यापित प्रविष्टियों की सुपर-चेकिंग डीईओ, रोल ऑब्जर्वर और सीईओ स्तर पर किए जाने का उल्लेख किया।
इसके अलावा, उन्होंने घर-घर सर्वेक्षण के दौरान बूथ लेवल अधिकारियों को सौंपे गए कार्यों के बारे में भी जानकारी प्रदान की। साथ ही, उन्होंने स्पष्ट किया कि राजनीतिक दल के प्रतिनिधि एसएसआर में कैसे योगदान दे सकते हैं, इस प्रक्रिया में लोगों की सहायता कर सकते हैं।
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