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मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में सरकार के साथ आम लोगों की जिम्‍मेदारी भी महत्‍वपूर्ण : मंत्री भूटिया

गंगटोक । विश्व बैंक के सिक्किम इंस्पायर्स कार्यक्रम के तहत राज्य स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग द्वारा पुणे स्थित सेंटर फॉर मेंटल हेल्थ लॉ एंड पॉलिसी के सहयोग से युवा मानसिक स्वास्थ्य एवं आत्महत्या रोकथाम पर आयोजित तीन दिवसीय परामर्श कार्यक्रम की यहां सोमवार को शुरुआत हुई।

उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में पर्यटन व नागरिक उड्डयन मंत्री श्री टीटी भूटिया उपस्थित थे। उनके साथ राज्य के मुख्य सचिव वीबी पाठक, अतिरिक्त मुख्य शिक्षा सचिव आर तेलंग, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव एसके झा, ग्रामीण विकास प्रधान सचिव डी. आनंदन, योजना व विकास सचिव रिनजिंग छेवांग, महिला व बाल विकास सचिव नॉर्मित लेप्चा, गेजिंग जिला बाल कल्याण समिति अध्यक्ष के अलावा विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी एवं प्रतिनिधिगण ने भी इसमें शिरकत की।

सिक्किम इंस्पायर्स की सहायक निदेशक रोशनिला गुरुंग के स्वागत भाषण से शुरू हुए उद्घाटन सत्र में सेंटर फॉर मेंटल हेल्थ लॉ एंड पॉलिसी के निदेशक डॉ सौमित्र पठारे ने मानसिक स्वास्थ्य और आत्महत्या रोकथाम के लिए हस्तक्षेपों का संक्षिप्त विवरण दिया। उन्होंने बताया कि उनका सेंटर इस पर विभिन्न राज्य सरकारों के साथ काम कर रहा है। वहीं, सिक्किम के मुख्य सचिव वीबी पाठक ने राज्य में मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति का अवलोकन प्रदान करते हुए सिक्किम इंस्पायर्स कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग द्वारा अपनाये जाने वाले मानसिक स्वास्थ्य हस्तक्षेप पहलों के बारे में बताया।

कार्यक्रम में अपने संबोधन में मुख्य अतिथि ने युवा मानसिक स्वास्थ्य एवं आत्महत्या रोकथाम पर बहु-हितधारक परामर्श के लिए स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग को बधाई दी। उन्होंने राज्य में मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में सरकारी विभागों के साथ-साथ नागरिक समाज और समुदाय के सदस्यों सहित सभी हितधारकों की जिम्मेदारी और प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया।

उल्लेखनीय है कि युवा मानसिक स्वास्थ्य एवं आत्महत्या रोकथाम के लिए इस परामर्श कार्यक्रम की योजना सप्ताह भर चलने वाली गतिविधियों की एक श्रृंखला के रूप में बनाई गई थी, जिसकी शुरुआत सीएमएचएलपी के दो कार्यक्रम प्रबंधकों और रिसर्च फेलो द्वारा 4 से 6 सितंबर के स्कोपिंग दौरे से हुई। इस दौरान इन्होंने राज्य के मानसिक स्वास्थ्य एवं आत्महत्या रोकथाम की स्थिति और रणनीतियों का विश्लेषण किया। वहीं, अब 9 सितंबर से आयोजित वास्तविक परामर्श कार्यक्रम दो समूहों के लिए आयोजित किए जाने हैं जिसमें राष्ट्रीय और स्थानीय स्तर के विशेषज्ञ और सरकारी विभागों के हितधारक शामिल होंगे।

इसके तहत, आज हुए बहु-हितधारक परामर्श में नागरिक समाज के सदस्य, गैर सरकारी संगठन, युवा एवं मीडिया, शिक्षक एवं निजी स्कूलों के छात्र शामिल हुए। वहीं, 12 सितंबर को अंतिम दिन कार्यशाला का आयोजन कर दोनों समूहों के प्रतिनिधियों के साथ निष्कर्षों को साझा करने के साथ ही राज्य के लिए मानसिक स्वास्थ्य एवं आत्महत्या रोकथाम रणनीतियों के लिए एक रोडमैप तैयार किया जाएगा।

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