गंगटोक : पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए 13वें अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मार्ट (ITM) का आज सिक्किम सशस्त्र पुलिस मैदान, पांगथांग में एक जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ समापन हुआ, जो पर्यटन, संस्कृति और क्षेत्रीय सहयोग के तीन दिवसीय उत्सव का समापन था।
समापन समारोह में सिक्किम सरकार के पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन और वाणिज्य एवं उद्योग विभाग मंत्री श्री शेरिंग थेंडुप भूटिया और पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग के विधायक एवं सलाहकार श्री सुदेश कुमार सुब्बा भी उपस्थित थे।
इस अवसर का एक प्रमुख आकर्षण पूर्वोत्तर के सभी आठ राज्यों – सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, नागालैंड, मणिपुर, मेघालय, असम और मिजोरम – के प्रतिनिधियों को मार्ट के पहले सत्र में दिए गए उनके प्रस्तुतीकरण के लिए सम्मानित करना था। इस अवसर पर भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया, जिसमें पूर्वोत्तर क्षेत्र की विशिष्ट लय, रंग और परंपराओं को दर्शाया गया। कार्यक्रम में आठ राज्यों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाया गया, जो विविधता में एकता को दर्शाता है।
समापन भाषण देते हुए, पर्यटन मंत्रालय के वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार, श्री ज्ञान भूषण ने सभी प्रतिभागियों और हितधारकों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह मार्ट अत्यंत उत्पादक रहा, जिसमें उपयोगी बी2बी संवाद और सत्रों से बहुमूल्य जानकारी प्राप्त हुई। उन्होंने सिक्किम सरकार को उनके उत्कृष्ट आतिथ्य और निर्बाध समन्वय के लिए विशेष धन्यवाद दिया और कहा कि राज्य के समर्पण और गर्मजोशी के बिना आईटीएम की सफलता संभव नहीं होती।
इस अवसर पर सिक्किम सरकार के पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, श्री सीएस राव; पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग के प्रधान मुख्य अभियंता एवं सचिव, श्री नीरज प्रधान; पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग की सचिव, सुश्री होंडाला ग्याल्छेन, तथा पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार और सिक्किम सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में पर्यटन मंत्रालय के अधिकारियों, सभी आठ पूर्वोत्तर राज्यों के पर्यटन विभागों के प्रतिनिधियों, उद्योग भागीदारों और आमंत्रित प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।
13वें आईटीएम के समापन के साथ ही इस आयोजन ने सांस्कृतिक और पर्यटन के क्षेत्र में पूर्वोत्तर की बढ़ती प्रमुखता की पुष्टि की, जो सहयोग, साझा दृष्टिकोण और क्षेत्र की अद्वितीय प्राकृतिक और सांस्कृतिक संपदा से और मजबूत हुई है।
इससे पहले (आईटीएम) का दूसरा दिन आज सुबह पांगथांग स्थित सिक्किम सशस्त्र पुलिस मैदान में आयोजित राज्य प्रस्तुति सत्र के साथ शुरू हुआ। इसमें सभी पूर्वोत्तर राज्यों के प्रतिनिधियों ने अपने पर्यटन उत्पादों, आकर्षणों और अनूठे अनुभवों पर प्रकाश डालते हुए संक्षिप्त प्रस्तुतियां दीं। मेजबान सिक्किम राज्य की प्रस्तुति पर्यटन व नागरिक उड्डयन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सीएस राव ने दी। वहीं, अरुणाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व पर्यटन निदेशक एवं विशेष भूमि प्रबंधन सचिव यशस्विनी बी ने किया। उनके साथ, त्रिपुरा के पर्यटन सचिव उत्तम के. चकमा, नागालैंड की ओर से कैबिनेट प्रकोष्ठ व पर्यटन सचिव नचुम्बेमो लोथा, मणिपुर के संयुक्त पर्यटन सचिव एलंगबाम सोनिया और मेघालय के सहायक पर्यटन निदेशक फिलिप एफ तारियांग ने अपने-अपने राज्यों की प्रस्तुतियां दी।
इसके बाद, असम का प्रतिनिधित्व वहां के आयुक्त एवं सचिव दिगंत बराह ने किया, जबकि मिजोरम सरकार की पर्यटन उप निदेशक राचेल लालरिनहुई ने पर्यटन पर एक प्रस्तुतीकरण दिया। प्रत्येक राज्य ने अपनी प्रस्तुतियों में अपनी विशिष्ट शक्तियों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया, जिसका उद्देश्य पूर्वोत्तर क्षेत्र में विविध पेशकशों की बेहतर समझ को बढ़ावा देना और मजबूत पर्यटन सर्किट बनाने के लिए राज्यों के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करना था। राज्यों की प्रस्तुतियों के बाद, विषय-वस्तु आधारित उत्पाद प्रस्तुतियों की एक श्रृंखला आयोजित की गई। इसकी शुरुआत फार होराइजन टूर्स इंडिया के अध्यक्ष संजय बसु द्वारा प्रस्तुत “इनटू द वाइल्ड एंड बियॉन्ड: वाइल्डलाइफ एंड रिवर क्रूज ट्रेल्स” से हुई, जिसमें उन्होंने क्षेत्र के अनूठे वन्यजीव अनुभवों और रिवर क्रूज रोमांच पर प्रकाश डाला। इसके बाद, लेखिका और स्तंभकार मित्रा फुकन ने पूर्वोत्तर के समृद्ध सांस्कृतिक त्योहारों और पारंपरिक समारोहों के बारे में बताते हुए “पूर्वोत्तर की उत्सवी लय: त्यौहार और समारोह” पर एक प्रस्तुति दी।
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