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सीमा पर आधारभूत संरचना के मामले में दो-तीन वर्षों में हम चीन से आगे होंगे : BRO DG

नई दिल्ली, 07 सितम्बर (एजेन्सी)। सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी के अनुसार दो से तीन साल या शायद चार साल में हम सीमाओं पर सड़कों, पुलों, सुरंगों और हवाई क्षेत्रों के बुनियादी ढांचे के मामले में चीन से बहुत आगे होंगे।

सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक ने कहा, “12 सितंबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जम्मू क्षेत्र जा रहे हैं और हमारी 90 परियोजनाओं का उद्घाटन और लोकार्पण करेंगे, जिनमें 22 सड़कें, 63 पुल, अरुणाचल में एक सुरंग और दो रणनीतिक हवाई क्षेत्र, बागडोगरा और बैरकपुर और दो हेलीपैड, एक राजस्थान में और एक लद्दाख में ससोमा-सेसर ला के बीच शामिल हैं। उन्होंने कहा, “दिसंबर तक हम 60 अन्य परियोजनाओं को पूरा करेंगे।”

लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने कहा कि इन परियोजनाओं की कुल लागत लगभग 6,000 करोड़ रुपये होगी और संख्या 150 से 160 होगी। उन्होंने कहा कि इसलिए यह राष्ट्र के लिए एक महान क्षण है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में इतनी सारी परियोजनाएं बनाई जा रही हैं और यह हमारी सेना के सुरक्षा मैट्रिक्स को मजबूत कर रही है ताकि वे यथासंभव आगे तैनात हो सकें और किसी भी महत्वपूर्ण स्थिति पर नजर बनाकर रख सकें।

सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी कहते हैं, “… दो से तीन साल या शायद चार साल में हम सड़कों, पुलों, सुरंगों और हवाई क्षेत्रों के बुनियादी ढांचे में सीमाओं पर चीन से बहुत आगे होंगे।”

सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने कहा, “12 सितंबर को 90 परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया जा रहा है। इनमें से 26 लद्दाख में और 36 अरुणाचल में हैं। हमारा ध्यान पूरी तरह से इन दो राज्यों पर है और हम इन दो राज्यों में बहुत आगे हैं और बहुत तेजी से परियोजनाओं का काम आगे बढ़ा रहे हैं ताकि वास्तव में चीन से मुकाबला किया जा सके। उन्होंने कहा कि मेरा मामना है कि हम सीमावर्ती क्षेत्रों में आधारभूत संरचना को मजबूत करने के मामले में हम अगले दो से तीन वर्षों में चीन से आगे होंगे।

सीमा सड़क संगठन के डीजी लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने कहा, “हम अगले 20 दिनों में सेला सुरंग को पूरा कर लेंगे। यह सुरंग 13,000 फीट और उससे अधिक ऊंचाई पर दुनिया की सबसे लंबी द्वि-लेन सुरंग होगी। हम शिंकू ला सुरंग की योजना के अंतिम चरण में हैं। यह सुरंग हिमाचल प्रदेश में जांस्कर – लाहौल-स्पीति को जोड़ती है और यह सुरंग पूरी होने पर दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग होगी। आज सबसे ऊंची सुरंग चीन में मिला सुरंग है, जो 15,500 फीट पर है। यह सुरंग पूरी होने पर 15,855 फीट की ऊंचाई पर होगी।

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