नई दिल्ली (ईएमएस)। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को अंबेडकर जयंती की पूर्व संध्या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। 14 अप्रैल को संविधान निर्माता बाबा साहेब की जयंती है। इस अवसर पर देशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संदेश में कहा, हमारे संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर मैं सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देती हूं।
उन्होंने आगे कहा, अपने प्रेरणादायक जीवन में बाबा साहेब ने अत्यधिक कठिनाइयों का सामना करते हुए भी अपनी एक अलग पहचान बनाई और अपनी असाधारण उपलब्धियों से दुनिया भर में सम्मान प्राप्त किया।
राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि असाधारण प्रतिभा और बहुमुखी व्यक्तित्व के धनी बाबा साहेब एक अर्थशास्त्री, शिक्षाविद्, विधिवेत्ता और महान सामाजिक सुधारक थे। वे समतामूलक समाज के प्रबल समर्थक थे और उन्होंने महिलाओं व वंचित वर्गों के आर्थिक तथा सामाजिक अधिकारों के लिए आजीवन संघर्ष किया। वे शिक्षा को सामाजिक परिवर्तन और दलितों के सशक्तिकरण का एक महत्वपूर्ण साधन मानते थे। विभिन्न क्षेत्रों में उनके योगदान से आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्र निर्माण के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम करने की प्रेरणा मिलती रहेगी।
उन्होंने कहा कि इस अवसर पर, आइए हम डॉ. भीमराव अंबेडकर के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लें और एक ऐसे राष्ट्र के निर्माण के लिए काम करें, जिसमें सामाजिक सद्भाव और समानता की भावना समाहित हो।
बता दें कि हर साल 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती मनाई जाती है। यह दिन भारत के संविधान निर्माता, सामाजिक सुधारक और दलित आंदोलन के प्रणेता डॉ. भीमराव अंबेडकर के जन्मदिन को चिह्नित करता है। इस अवसर पर देशभर में विभिन्न कार्यक्रम, रैलियां और सांस्कृतिक आयोजन किए जाते हैं, जिसमें डॉ. भीमराव अंबेडकर की समानता, शिक्षा, और सामाजिक न्याय के योगदान को याद किया जाता है।
#anugamini
No Comments: