नई दिल्ली (ईएमएस)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को दिल्ली में भारतीय तटरक्षक बल के अधिकारियों और जवानों को पदक से अलंकृत किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मजबूत सुरक्षा प्रणाली के जरिये ही भारत सुरक्षित और समृद्ध बनेगा। रक्षा मंत्री ने तटरक्षक बल की सराहना की। साथ ही इसे विश्व की कुशल समुद्री सेनाओं में से एक बताया।
भारत मंडपम में आयोजित एक कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय तटरक्षक बल से पारंपरिक खतरों के साथ ही साइबर हमलों, डाटा उल्लंघन और राडार व्यवधान जैसे खतरों के प्रति भी आगाह रखने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि भारतीय तटरक्षक बल ने 14 नावों और 115 समुद्री लुटेरों को पकड़ा है। साथ ही पिछले एक साल में 37 हजार करोड़ रुपये के मादक पदार्थ पकड़े हैं। इसके अलावा भारतीय तटरक्षक बल ने विभिन्न बचाव अभियानों के जरिये 169 लोगों की जिंदगी बचाई है। इसके साथ्र ही 29 गंभीर घायल लोगों को चिकित्सा सहायता दी है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि भौगोलिक रूप से भारत तीन ओर से समुद्र से घिरा है। इसकी तटरेखा विशाल है। भारत दो प्रकार की सुरक्षा चुनौतियों से जूझ रहा है। इसमें पहली चुनौती युद्ध है, जिसका सामाना सशस्त्र बल करते हैं। दूसरी चुनौती है समुद्री डकैती, आतंकवाद, घुसपैठ, तस्करी और अवैध मछली पकड़ने की, इसका सामना समुद्री सेना जैसे भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) करता है और हमेशा सतर्क रहता है। उन्होंने कहा कि आईसीजी इन चुनौतियों से निपटने के लिए सक्रियता से काम कर रहा है। वह सामरिक सुरक्षा के लिए अहम भूमिका निभा रहा है। आईसीजी अब मजबूत, भरोसेमंद होने के साथ ही विश्व की कुशल समुद्री सेनाओं में से एक बन गई है। उन्होंने कहा कि सुरक्षित और समृद्ध भारत का सपना तभी साकार हो सकता है, जब इसकी सुरक्षा प्रणाली और सेना मजबूत हो।
राजनाथ सिंह ने भारतीय तटरक्षक बल के जवानों को वीरता, विशिष्ट सेवा और सराहनीय सेवा पदक भी प्रदान किए। कुल 32 पदक में से छह राष्ट्रपति विशिष्ट सेवा पदक, 11 तटरक्षक वीरता पदक और 15 तटरक्षक सराहनीय पदक दिए गए। यह पदक 2022, 2023, 2024 के लिए दिए गए। उन्होंने कहा कि यह पदक न केवल स्मृति चिह्न हैं, बल्कि यह तिरंगे के सम्मान को बनाए रखने के लिए बहादुरी, दृढ़ता और अटूट संकल्प का प्रतीक हैं। उन्होंने तटरक्षक बल के अभियानों की सराहना की।
राजनाथ सिंह ने कहा कि तटरक्षक बल की दक्षता बढ़ाने के लिए मोदी सरकार काम कर रही है। आईसीजी को बजट में 9676.70 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है, जो पिछले बजट से 26.50 फीसदी ज्यादा है। यह आईसीजी को आधुनिक बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इसके अलावा 14 गश्ती जहाज, छह एयर कुशन वाहन, 22 इंटरसेप्टर नाव, छह अगली पीढ़ी के अपतटीय गश्ती जहाज, 18 अगली पीढ़ी के तीव्र गश्ती जहाजों की खरीद को मंजूरी दी गई है। उन्होंने आईसीजी के तकनीकी विकास और डिजिटल तटरक्षक परियोजना की भी सराहना की।
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