बेंगलुरु, 31 मई । महिलाओं के यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे जनता दल-सेक्युलर (जेडीएस) के निलंबित नेता प्रज्ज्वल रेवन्ना को जर्मनी से यहां पहुंचने के तुरंत बाद, मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने शुक्रवार को तड़के गिरफ्तार कर लिया और उनसे पूछताछ की। SIT के सूत्रों ने बताया कि सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना (33) के म्यूनिख से बेंगलुरु लौटते ही उन्हें पूछताछ के लिए सीआईडी (अपराध जांच विभाग) के कार्यालय ले जाया गया। एसआईटी उन्हें विशेष अदालत के समक्ष पेश करेगी और वह पूछताछ करने के लिए उन्हें पुलिस हिरासत में भेजे जाने का अनुरोध भी कर सकती है।
प्रज्ज्वल की रक्तचाप, रक्त शर्करा स्तर और हृदय समेत विभिन्न चिकित्सकीय जांच की जानी हैं और इसी के मद्देनजर यहां ‘बॉरिंग और लेडी कर्जन’ अस्पताल में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
सूत्रों ने बताया कि एसआईटी प्रज्ज्वल की ‘पोटेंसी’ (पुंसत्व) जांच कराने पर भी विचार कर रही है। यह जांच इस बात का पता लगाने के लिए की जाती है कि बलात्कार का आरोपी पीड़िताओं का यौन उत्पीड़न करने में सक्षम है या नहीं।
जन प्रतिनिधियों के लिए एक विशेष अदालत प्रज्ज्वल और उनकी मां भवानी रेवन्ना की जमानत याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई करेगी।
राज्य के गृह मंत्री जी परमेशवर ने प्रज्ज्वल की गिरफ्तारी और पुलिस द्वारा इसके बाद की गई कार्रवाई के बारे में कहा, ‘‘प्रज्ज्वल रेवन्ना जर्मनी के म्यूनिख से (बृहस्पतिवार) रात 12 बजकर 40 मिनट से 12 बजकर 50 बजे के बीच यहां पहुंचे। उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। एसआईटी ने उन्हें गिरफ्तार कर हिरासत में ले लिया। वे आगे की कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करेंगे।’’
म्यूनिख से बेंगलुरु पहुंचने से पहले हासन के सांसद ने गिरफ्तारी से बचने का अंतिम प्रयास करते हुए जमानत के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था।
प्रज्ज्वल के खिलाफ यौन शोषण के तीन मामले दर्ज हैं, जबकि उनकी मां ने कथित अपहरण के मामले में अग्रिम जमानत का अनुरोध किया है। हालांकि भवानी प्रज्ज्वल से जुड़े मामले में आरोपी नहीं हैं लेकिन एसआईटी उनकी कथित भूमिका की जांच करना चाहती है।
इसी मामले में भवानी के पति और होलेनरसीपुरा के विधायक एच डी रेवन्ना को गिरफ्तार किया गया था और बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया था। उन पर अपने घर की उस रसोइया का यौन उत्पीड़न करने का भी आरोप है, जिसका यौन शोषण करने का आरोप उनके बेटे प्रज्ज्वल पर भी है। एच डी रेवन्ना पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के पुत्र हैं।
जनता दल (सेक्युलर) के संरक्षक एच. डी. देवेगौड़ा के पोते और हासन लोकसभा क्षेत्र से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार प्रज्ज्वल (33) पर महिलाओं का यौन शोषण करने का आरोप है। उनके खिलाफ अभी तक यौन उत्पीड़न के तीन मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं।
प्रज्ज्वल लोकसभा चुनाव के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र में हुए मतदान के एक दिन बाद 27 अप्रैल को जर्मनी चले गए थे। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के माध्यम से किए गए एसआईटी के अनुरोध के बाद इंटरपोल ने प्रज्ज्वल के खिलाफ एक ‘ब्लू कॉर्नर नोटिस’ जारी किया था।
प्रज्ज्वल ने खुद पर लगाए गए आरोपों को झूठा बताया और इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है। उन्होंने इस सप्ताह के शुरू में जारी दो वीडियो बयानों में कहा कि वह अवसादग्रस्त हो गए थे। वीडियो बयान में उन्होंने यह भी कहा था कि वह 31 मई को विशेष जांच दल (एसआईटी) के सामने पेश होंगे।
बेंगलुरु की एक विशेष अदालत ने बलात्कार के एक मामले में बुधवार, 29 मई को प्रज्ज्वल रेवन्ना की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज कर दी। रेवन्ना पर कई महिलाओं के यौन उत्पीड़न का आरोप है।
निर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए विशेष अदालत ने रेवन्ना के वकील अरूण द्वारा दायर जमानत आवेदन को खारिज कर दिया था। (एजेन्सी)
#anugamini
No Comments: