रत्नागिरी (ईएमएस) । महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को आरोप लगाया कि पिछली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार की वजह से उद्योगों ने राज्य से पलायन किया था, क्योंकि उन्हें सरकार का समर्थन नहीं मिल रहा था। लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है।
गुहागर सीट के लिए एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शिंदे ने कहा, अब महाराष्ट्र ने फिर से देश में अपनी शीर्ष स्थिति हासिल कर ली है और राज्य में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के कुल प्रवाह का 52 फीसदी मिल रहा है।
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, उद्योगों ने राज्य से इसलिए पलायन किया क्योंकि महा विकास अघाड़ी सरकार ने उन्हें समर्थन नहीं दिया और अब हम पर आरोप लगा रहे हैं। आपने (एमवीए) दो ढाई साल में क्या किया, यह बताओ। मैं बताने के लिए तैयार हूं कि राज्य में कौन से उद्योग आए और कौन से चल रहे हैं। लोगों को सच बताओ।
मुख्यमंत्री शिंदे ने दावा किया कि शिवसेना-भाजपा-राकांपा सरकार राज्य में पांच लाख करोड़ रुपये का निवेश लेकर आई है। विपक्ष का आरोप है कि मौजूदा सरकार के दौरान कई बड़ी निवेश परियोजनाओं को गुजरात भेज दिया गया है। रत्नागिरी जिले में विवादित बारसू रिफाइनरी परियोजना को लेकर शिंदे ने कहा कि यह परियोजना एमवीए सरकार के समय स्वीकृत हुई थी। लेकिन उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि इसे बलपूर्व या बिना लोगों की सहमति के लागू नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री शिंदे ने अपने पूर्व वर्ती और शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे पर भी हमला बोला। शिंदे ने आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री बनने के लिए बाल ठाकरे के आदर्शों को त्याग दिया था। उन्होंने कहा, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और उनके तीर-कमान के निशान को बचाया। आप उन लोगों के पास बैठ गए हैं, जिन्होंने बालासाहेब (बाल ठाकरे) का अपमान किया।
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि उनकी सरकार देने वाली सरकार है, न कि लेने वाली। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार में शुरू की गई योजनाओं की जांच कराने के विपक्ष के वादे को चुनौती दी और कहा कि वह इन योजनाओं के लिए जेल जाने के लिए तैयार हैं। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि महायुति सरकार किसानों का कर्ज माफ करेगी। पुलिस विभाग में 25 हजार महिला कर्मियों की भर्ती होगी और महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों को फांसी की सजा दी जाएगी।
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