जयपुर, 24 सितम्बर (एजेन्सी)। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने कहा है कि आज हर तरफ महिलाओं के अपमान की खबरें सुनाई दे रहीं हैं। एक दिन में 20-20 महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है। राजस्थान में महिलाओं से दुष्कर्म के करीब 1400 प्रकरण लंबित हैं। अनादिकाल से ही महिलाओं को शारीरिक ही नहीं, मानसिक प्रताड़ना भी सहन करनी पड़ रही है। लेकिन, सहन करने की भी एक सीमा होती है। हालात इतने खराब हैं कि अब इनसे निपटने के लिए मातृशक्ति को आगे आना होगा।
राजे रविवार को जयपुर के रामलीला मैदान में धर्म रक्षा समिति द्वारा आयोजित मातृशक्ति समागम कार्यक्रम को संबोधित कर रहीं थी। उन्होंने कहा जब-जब भी अत्याचार और अन्याय की पराकाष्ठा हुई, मातृशक्ति को आगे आना पड़ा। देवता असहाय हुए तो देवी मां ने ही महिषासुरमर्दनी के रूप में महिषासुर का अंत किया। महिलाएं अपने स्वाभिमान की रक्षा के लिए चंडी का रूप धारण कर लेती हैं, क्योंकि संघर्ष के बिना महिलाएं समाज में परिवर्तन नहीं ला सकती।
राजे ने कहा कि एक समय महिलाएं घर के आंगन की तुलसी थी। उनका बाहर की दुनियां के बारे सोचना आसान नहीं था, पर घर की यह तुलसी नारी शक्ति वंदन अधिनियम के बाद पूरे जग में खुशबू फैलाने को तैयार है। यह पीएम नरेंद्र मोदी ने संभव किया। उन्होंने कहा कि हमारी भाजपा सरकार ने आरक्षण दिया तो आज प्रदेश में जिला प्रमुख, प्रधान और पचास फीसदी सरपंच महिलाएं हैं। प्रदेश की विधानसभा में पहली बार 2 महिला विधायक थी, आज 24 हैं और महिला आरक्षण लागू होन के बाद 66 हो जाएंगी। पहली लोकसभा में 22 महिला सांसद थीं, आज 66 हैं जो आरक्षण के बाद 181 हो जाएंगी।
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